जीजा ने कहा मैं तुझसे शादी करना चाहता हूं..शादी का झांसा देकर ले गया था गुजरात, 15 दिन तक किया दुष्कर्म..

जीजा ने कहा मैं तुझसे शादी करना चाहता हूं..
शादी का झांसा देकर ले गया था गुजराज, 15 दिन रख कर किया दुष्कर्म
साली के साथ अवैध संबंध बनाने वाले जीजा को न्यायाधीश दी 15 साल की सजा

देवास। उप संचालक अजयसिंह भंवर एवं एडीपीओ सुश्री मधुलिका मेव सहायक मीडिया सेल प्रभारी द्वारा बताया कि फरियादिया ने अपने पुत्र व पुत्री के साथ पुलिस थाने आकर मौखिक रिपोर्ट कि मैं उक्त पते पर रहती हूूं तथा खेती करता हूं। कल दिनांक 3.9.2018 को दिन के करीब 1.30 बजे की बात है। मेरी लडक़ी घर से गांव के डॉक्टर के यहां दवाई लेने का बताकर चली गई जब काफी देर हो गई और मेरी लडक़ी नहीं आई तो डॉक्टर के यहां पता किया तो पता चला कि वो डॉक्टर के यहां से काफी देर पहले चली गई। उसके बाद मैंने मेरी लडक़ी को उसकी सहेलियों के यहां एवं अन्य रिश्तेदारों के यहां काफी तलाश किया पर कोई पता नहीं चला। मुझे शंका है कि कोई अज्ञात व्यक्ति मेरी लडक़ी को बहला फुसलाकर भगा ले गया। अनुसंधान के दौरान आरोपी लखन को पीडि़ता के साथ पकड़ा गया। पीडि़ता ने अपनों कथनों में बताया कि उसकी बड़ी बहन की शादी आरोपी लखन के साथ हुई थी इसलिये मैं लखन को जानती हूं। 7-8 माह पूर्व में अपनी दीदी के ससुराल में 2-3 माह रूकी थी। जीजा जी और दीदी में विवाद होने से दीदी मेरे साथ वापस अपने घर आ गई। जीजा जी दीदी को लेने आये लेकिन वह नहीं गई। दिनांक 3.9.2018 को मुझे बुखार आ जाने से मेरे गांव में करीब 1.30 बजे गोली लेने डॉक्टर के पास चली गई थी। गांव में बस स्टेण्ड के पास जीजा लखन मिले और बोले कि मैं तुझसे शादी करना चाहता हूं तू मेरे साथ चल। फिर मुझे जबरदस्ती गाड़ी में बैठाकर बहला फुसलाकर गुजरात ले गये जहां मुझे 15 दिन रखा और मेरे साथ गलत काम किया। विशेष न्यायाधीश द्वारा आज 28 फरवरी को निर्णय पारित करते हुए आरोपी लखन पिता रणछोड़, उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम इनालजा थाना इंगोरिया जिला उज्जैन को धारा 363 भादवि में 5 वर्ष, धारा 366 में 7 वर्ष, धारा 5एल/6 लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम की में दोषी पाते हुए 15 वर्ष का सश्रम कारावास तथा कुल 20 हजार रूपये के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया। उक्त प्रकरण के संचालन में आशा शाक्यवार, अतिरिक्त जिला अभियोजन अधिकारी एवं श्रीमती अलका राणा सहायक जिला अभियोजन अधिकारी कोर्ट मोहर्रिर आरक्षक 538 अतुल सिंह कुशवाह का विशेष सहयोग रहा।

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