आदेश सिर्फ छह जिलों के लिए हुए थे जारी, परेशान देवास के किसान भी हो रहे चमक विहीन गेहूं होने से किसानों को खरीदी केंद्र से लौटाया जा रहा..

देवास। शासन के एक आधे अधूरे आदेश के कारण देवास के किसान उलझ गए हैं। शासन ने आदेश जारी कर प्रदेश के छह जिलों के कलेक्टरों से चमकविहीन गेहूं खरीदी के आदेश दिए थे, इस आदेश में देवास जिले को छोड़ दिया गया था, अब इस अधूरे आदेश के कारण जिले के किसान परेशान हो रहे हैं। हालाकि किसान संगठनों ने इस मामले में कलेक्टर श्रीकांत पांडे से भी चर्चा करी व उन्हें भी किसानों की परेशानी से अवगत कराया लेकिन अभी तक कोई आदेश जारी नहीं हो सके हैं।
इस कारण आ रही परेशानी
जिले में इस वर्ष गेहूं का बपर उत्पादन हुआ हैं। जब खेत में कई जगह फसल तैयार खड़ी थी उसी समय 26 व 27 मार्च को जिले में कई जगह पर बैमोसम बारिश शुरू हो गई थी। इस बारिश की चपेट में गेहूं की तैयार फसल आ गई थी। बारिश की चपेट में फसल आने से गेहूं की चमक कुछ फीकी हो गई, अब ये कम चमक की फसल ही किसानों के लिए आफत साबित हो रही हैं। शिया के साइलों केंद्र से कई किसानों को वापस लौटा दिया गया।
किसानों के लिए कलेक्टर से लगाई गुहार
किसानों को आ रही परेशानी को देखते हुए राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने कलेक्टर को ज्ञापन भी दिया हैं। ज्ञापन में मांग की गई है कि जिन किसानों की गेहूं की फसल का कलर फीका पड़ गया, लेकिन गुणवत्ता उसकी बराबर है ऐसी फसल को खरीदा जाए। संगठन के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक गोठी ने बताया कि चमक कम होने से ये साबित नहीं होता कि गेहूं खराब हैं लेकिन इसके बावजूद किसानों से खरीदी नहीं की जा रही हैं। गोठी ने ये भी मांग रखी है कि जिन किसानों की फसल खरीदी जाए इसके पूर्व उन्हें खरीदी से पूर्व अपनी उपज का नमूना खरीदी केंद्र पर जाकर दिखाने की छूट मिले ताकि बाद में उन्हें आर्थिक व अन्य परेशानियां नहीं उठानी पड़े।
फोटो- 2508- शासन का अधूरा आदेश जिसके कारण परेशान हो रहे देवास जिले के किसान।

Comments