कल नर्स डे.. 19 अप्रेल से जिला चिकित्सालय में भर्ती अर्धविक्षिप्त महिला, नर्सें दे रही सेवा..
कल नर्स डे..
19 अप्रेल से जिला चिकित्सालय में भर्ती अर्धविक्षिप्त महिला, नर्सें दे रही सेवा
देवास। हर साल 12 मई को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है। नर्सें लोगों को स्वास्थ्य रहने में बड़ा योगदान देती हैं। यह दिन उनके योगदान को समर्पित होता है। साथ ही यह दिन दुनिया में नर्सिंग की संस्थापक की फ्लोरेंस नाइटिंगेल को भी श्रद्धांजलि है। इसी के चलते जिला चिकित्सालय में भी नर्से यहां मौजूद मरीजों को पूरी तरह से सेवा दे रही है। एक ऐसी ही महिला मरीज जो अर्धविक्षिप्त है। उसका पूरा-पूरा ध्यान अस्पताल की नर्सो के द्वारा किया जा रहा है। उस महिला की इतनी सेवा करने के बाद अंतत: विक्षिप्त महिला ने अपना नाम बताया है। हालांकि अपना नाम बताने के बाद वह काफी प्रयास के बाद कुछ भी नहीं बोल रही है। फिर भी अस्पताल की नर्से इस महिला की सेवा पूरी तन्मयता के साथ कर रही है।
जिला अस्पताल में विभिन्न बीमारियों के मरीज अपना उपचार कराने के लिए आते है। जिनकी मदद व पूरी सेवा यहाँ पर मौजूद नर्से कर रही है। किसी भी बीमारी से ग्रसित मरीज क्यों न हो पूरी तन्मयता के साथ यह कार्य कर रही है। कल नर्स डे पूरे विश्व मे मनाया जा रहा है। वही इन दिनों कोरोना वायरस भी अपने पैर पसारे हुए है, इस बीच मानव धर्म निभाती नर्से कार्य कर रही है। पिछले कुछ दिनों से एक अर्धविक्षिप्त महिला की देख-रेख भी अस्पताल की नर्से कर रही है। बताया गया है कि गत 19 अप्रेल को रात 1 बजे एक अर्धविक्षप्त महिला को कोई अस्पताल तक छोड़ गया था। जिसकी पूरी सेवा अस्पताल की नर्सो ने की थी। उक्त महिला से नर्सो ने उसका नाम जानने का काफी प्रयास किया लेकिन काफी दिनों के उपरांत उसने अपना नाम अंगूरी बताया, वह कैसे यहाँ पहुंची है, कहां से आई है, यह अब तक नहीं बता पाई है। इसकी पूरी सेवा नर्सो के द्वारा अस्पताल के महिला मेडिकल वार्ड में की जा रही है।
अस्पताल की नर्स रश्मि पांडेकर व मंजू गुप्ता ने बताया कि विक्षिप्त महिला अंगूरी कुछ भी बताने में असमर्थ है, उन्होंने बताया कि वह 19 अप्रेल को बड़ी दयनीय स्थिति में यहां पर आई थी। उसे तीन नर्स बैठाकर खाना व दवाइयां भी नियमित रूप से दे रही है। वही इन नर्सो ने इस महिला को मनोचिकित्सक को भी बताया था, जिनके द्वारा बताई गई दवाइयां भी अंगूरी को दी जा रही है। मनोचिकित्सक के द्वारा दी गई दवाइयों से महिला अपना नाम बता पाई है।
अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस का महत्व
नर्सिंग दुनिया भर में स्वास्थ्य रखरखाव से संबंधित सबसे बड़ा पेशा है। लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर रखने में नर्सों का बड़ा योगदान होता है। नर्सें को प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि वे मरीजों को मनोवैज्ञानिक, सामाजिक और चिकित्सीय तौर पर फिट होने में मदद करें। इस दिन को मनाकर नर्सों के योगदान को रेखांकित किया जाता है। इससे दुनिया नर्सों के महत्व से अवगत होती है। नर्सों को समाज में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है।
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