"पुलिस की पाठशाला" की छांव में विभाग के उच्चाधिकारियों ने किया कन्या का "कन्यादान"पुलिस ने किया कन्या का मामेरा..पुलिस विभाग का दिखा अद्वितीय कार्य..
बिटिया की माँ नहीं है, पिता की नोकरी लॉकडाउन में छूट गई, कर्ज के लिए परेशान थे पिता..
देवास। कोरोना संक्रमण के चलते व लॉकडाउन में इन दिनों भी शादियों का दौर जारी है। इसी के चलते आज पुलिस की पाठशाला की छांव में एक बच्ची की शादी हुई है जिसके चलते आज पुलिस विभाग के उच्चाधिकारी बिटिया की मां नहीं होने के बाद मामेरा किया व दहेज के सामान भी दिया। साथ ही शहनाई की अपेक्षा शादी में संगीत देने की योजना पुलिस के सायरन के रूप में की गई। बिटिया की शादी त्रिलोक नगर के युवक से हुई है।
देवास पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में पुलिस की पाठशाला की छांव में राजीव नगर स्थित फूलचंद प्रजापत की बिटिया कविता का कन्यादान पुलिस ने किया। पुलिस अधीक्षक कृष्णावेणी देसावतु ने बताया कि कविता की माँ नही है और पिता की नोकरी भी लॉकडाउन के चलते छूट गई थी। जिसके चलते पुलिस विभाग ने बिटिया की शादी करने का जिम्मा उठाया था। उसी के चलते आज उसकी शादी में घर की जरूरत का सामान पुलिस विभाग की और से दिया गया है। वही उपपुलिस अधीक्षक किरण शर्मा ने बताया कि बिटिया की शादी त्रिलोक नगर के रहने वाले युवक जितेंद्र पिता देवकरण के साथ हुई है। जितेंद्र व उसके पिता फर्नीचर के कारीगर है। किरण शर्मा ने बताया कि बिटिया की मां नहीं होने से सभी देवास के पुलिस अधिकारी एवं समस्त कर्मचारियों ने बच्ची के मामा बनकर इस कन्यादान में भाग लिया। उन्होंने बताया की बिटिया की मां नहीं है और पिता ठेकेदारी में छोटी कंपनी में काम करते थे जिनकी लाकडाउन में नौकरी भी छूट गई। पिता शादी के लिए कर्ज के लिए परेशान हो रहे थे, और कर्जा लेने के लिए घूम रहे थे ईश्वर की विशेष कृपा से उनका हमारी पाठशाला से संपर्क हुआ तो हमने बच्ची के मामा बनकर उसका कन्यादान करने का निर्णय लिया था। जिस पर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इस बात से अवगत कराया तो सभी का पूर्ण सहयोग समर्थन एवं मदद प्राप्त हुआ। पुलिस के कर्मचारियों से संपर्क किया गया तो सभी कर्मचारियों ने दिल से मदद की। इस कन्यादान की एक विशेषता यह भी है रही कि इसमें पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों से भी अधिक योगदान ना लेते हुए सभी से थोड़ा-थोड़ा योगदान लेकर इस कार्य की रूप रेखा बनाई।
पिता कर्जा लेने के लिए थे परेशान
कर्जा लेने के लिए घूम रहे थे ईश्वर की विशेष कृपा से उनका हमारी पाठशाला के हेड कांस्टेबल जितेन्द्र दुबे से संपर्क हुआ, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी लगने पर बच्ची के मामा बनकर उसका कन्यादान करने का निर्णय लिया बाकी अधिकारियों को इस बात से अवगत कराया तो सभी का पूर्ण सहयोग समर्थन एवं मदद प्राप्त हुई पुलिस के कर्मचारियों से संपर्क किया गया तो सभी कर्मचारियों ने दिल से मदद की।
बच्ची कविता के मन में एक बात थी कि मेरी शादी में ढोल धमाके और शहनाई नहीं बज पा रहे हैं। जिस पर पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों ने उस बच्ची से कहा कि तुम्हारी शादी में ऐसा संगीत बजेगा की तुम्हारे तुम्हारी मधुर स्मृतियों में हमेशा-हमेशा के लिए हुआ अंकित हो जाएगी। पुलिस के सायरन के रूप में बच्ची की शादी में संगीत देने की योजना बनाई थी।

यह दी दहेज की सामग्री
पुलिस विभाग की और से दुल्हन कविता को फ्रिज, टीवी, कूलर, बर्तन, कृष्ण भगवान व सिंहासन पूजन सामाग्री व फलदान भी किया गया। सभी सामाग्री दुल्हन कविता व दूल्हे जितेंद्र को पुलिस अधीक्षक के हाथों दिया गया।
इस अवसर पर पुलिस विभाग की और से पुलिस अधीक्षक कृष्णावेणी देसावतु, एडिशनल एसपी जगदीश डावर, नगर पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह राठौर,उपपुलिस अधीक्षक किरण शर्मा, सहित सिविल लाइन थाना प्रभारी, औद्योगिक थाना प्रभारी, कोतवाली थाना प्रभारी सहित अन्य पुलिस बल मौजूद था।
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