मंडी में आ रहे किसानों की थर्मल से की जा रही जांच, मंडी प्रांगण में किया जा रहा सेनेटाइज..नहीं हो रहा सोशल डिस्टेसिंग का पालन..
प्रतिदिन आ रही 100 से अधिक अनाज की ट्रॉलियां..
देवास। कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन के चलते पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों की उपज के लिए कृषि उपज मंडी खोलने की अनुमति दी थी। जिसके बाद जिले व आसपास के किसान अपनी उपज को लेकर मंडी पहुंच रहे है। जहाँ लगभग 100 से अधिक ट्रॉली गेंहू प्रतिदिन आ रहा है। आज भी जिले व आसपास के किसान यहां पहुंचे और अपनी उपज मंडी व्यापारियों को बेची है। वही मंडी में प्रवेश कर रहे किसानों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है।

साथ ही सेनेटाइज किया गया। वही कोरोना वायरस के चलते सोशल डिस्टेंस का पालन भी नहीं किया जा रहा है। यहां के व्यापारियों को सिर्फ उपज खरीदने से मतलब है और किसानों को उपज बेचने से, लेकिन सोशल डिस्टेंस से इन लोगो को कोई मतलब नहीं है।

कोरोना वायरस का साइड इफेक्ट अब अनाज मंडियों में देखने को मिल रहा है। कोविड-19 महामारी को मद्देनजर रखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है कि मंडियों में फसलों की खरीद सीमित रूप से की जाए। गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने किसानों से गेंहू की खरीद 20 अप्रैल से शुरू कर दी है। व्यापारियों ने बताया कि फसलों की खरीद रविवार को भी हो रही है मंडी सचिव ने इस बाबत सभी आढ़तियों को दिशा निर्देश भी जारी किये है।

मंडी में उपज की खरीद सुबह 8 बजे से 2 बजे तक की जा रही है ताकि मंडी में ज्यादा भीड़-भाड़ न हो। मंडी के व्यापारियों बताया की किसानों द्वारा अपनी फसल सीधे मंडी में लेकर आ रहे है इसके साथ ही मंडी में सौदा पत्रक के आधार पर सरकारी मूल्य पर फसलो को बेचा जा रहा है। जिसे व्यापारियों द्वारा खरीदा जा रहा है। इसके अलावा कुछ किसानों द्वारा अपने अनाज को सीधे सायलो भी ले जाया जा रहा है।
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