अन्य जिले से आए हजारों श्रमिकों को भेजा उनके गंतव्य तक..
हजारों श्रमिकों को गुना और सागर तक पहुंचाने की जिला प्रशासन ने की व्यवस्था, देवास-गुना के लिए 50, देवास-सागर के लिए 40 बसों की व्यवस्था की
देवास। कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी से पूरी दुनिया लड़ाई लड़ रही है। इस संकट की घड़ी में श्रमिक एवं मजदूर वर्ग को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आवश्यक निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि अन्य राज्यों एवं जिलों में रूके/फंसे मजदूरों को उनके गंतव्य को पहुंचाया जाए। उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी न हों। इस कड़ी में मंगलवार को अन्य राज्यों एवं जिले से करीब 3500 श्रमिक देवास जिले में आए। इन श्रमिकों को इंदौर रोड़ स्थित आर्गस गार्डन में रोका गया था।

जहां उनका मेडिकल परीक्षण किया गया। इसके अलावा मरीजों को भोजन, पानी तथा अन्य सुविधाएं जिला प्रशासन द्वारा दी की गई थी। श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए दो रूट बनाए गए थे, जिसमें पहला सागर तथा दूसरा गुना हैं। इन श्रमिकों को सुविधाजनक इनके गंतव्य तक जिला प्रशासन द्वारा भेजा गया है। आज यहां पर संभागायुक्त आनंद शर्मा व आईजी राकेश गुप्ता भी यहां पर पहुंचे जिन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया साथ ही मौजूद कलेक्टर श्रीकांत पांडेय, पुलिस अधीक्षक कृष्णावेणी देसावतु, एडीएम नरेंद सूर्यवंशी सहित अन्य अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिए गए।

प्रदेश के अन्य सीमावर्ती जिलों में भी की व्यवस्था
इसके साथ ही मध्यप्रदेश के ऐसे सीमावर्ती जिलों में बसों की व्यवस्था की गई है। जहाँ बड़ी संख्या में श्रमिक आ रहे हैं। इनमें महाराष्ट्र सीमा सेंधवा-देवास मार्ग के लिये 100 बस, देवास-गुना के लिए 50, देवास-सागर के लिए 40, गुना-भिण्ड (उत्तरप्रदेश सीमा) के लिये 20, गुना-दीनारा (झॉंसी-उत्तरप्रदेश सीमा) के लिये 80 बस, मुरैना-ग्वालियर-दतिया-झाँसी के लिये 25, देवास-दौलतपुर(सीहोर) के लिये 10, दौलतपुर(सीहोर)-सागर-मालथौन के लिए 25, दौलतपुर(सीहोर)-सागर-छतरपुर (महोबा उत्तरप्रदेश सीमा) के लिये 25 बस की गई हैं।

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