ऐसे तो फैलेगा कोरोना संक्रमण..शहर के अंदर से प्रवासी मजदूरों को लेकर बसों का निकलना जारी..
ऐसे तो फैलेगा कोरोना संक्रमण..
शहर के अंदर से प्रवासी मजदूरों को लेकर बसों का निकलना जारी
डीजल भरवाने के लिए एक मक्सी रोड़ पर कतारबद्ध खड़ी बसें, यात्री यहां-वहां टहल रहे
देवास। प्रवासी मजदूरों की भीड़ कृषि मंडी के पास ही लगी हुई है। प्रवासी मजदूरों से भरी बसें शहर के अंदर से डीजल ले रही है, पास में ही किसानों के फसल खरीदी केंद्र है। बसों से उतरकर प्रवासी श्रमिक आसपास के क्षेत्र में घूम रहे हैं। प्रशासन चाहे तो शहर में दो-दो बस को अंदर लाकर डीजल भरा सकता है। लेकिन प्रशासन ने इस और ध्यान केन्द्रीत नहीं किया है। जिसके कारण संभवत: आने वाले दिनों में जिले के कौने-कौने में कोरोना पहुंच सकता है। जबकि पिछले कुछ दिनों पूर्व उज्जैन से आईजी व डीआईजी ने यहां आकर जिला प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा की थी और कहा भी था की प्रवासी मजदूरों को शहर के बाहर ही एकत्रित कर वहीं से बाहर पहुंचाया जाएगा, जिससे शहर में प्रवेश नहीं करना पड़ेगा। लेकिन प्रशासन की हठधर्मिता के आगे सब कुछ बेबस दिखाई पड़ता है।
प्रशासन ने अपनी हठधर्मिता के चलते आज शहर के भीतर से प्रवासी मजदूरों से भरी बसों को एक साथ छोड़ दिया और कृषि उपज मंडी के पास डीजल के लिए बसें लाईन लगाकर खड़ी रही। इस दौरान प्रवासी मजदूर यहां-वहां भी टहलते रहे। जिसके कारण न तो सोशल डिस्टेसिंग देखी गई।
आज से प्रशासन ने शहर के अंदर बसों को एकत्रित करना शुरू कर दिया और बसों की लाइन कृषि उपज मंडी तक लग गई। मंडी के पास सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद हैं और वह प्रवासी मजदूरों के संपर्क में आ रहे हैं। यहां चारों और गंदगी का आलम है और ऐसे में किसानों को संक्रमण फैल सकता है। इस तरह के दृश्य देखने के बाद ऐसा प्रतीत होता है की प्रशासन को देवास की जनता की चिंता नहीं है। अगर बसों में डीजल एक ही पेट्रोल पंप से लेना है तो दो-दो बसों को शहर में लाकर डीजल डलवाया जा सकता है बाकी बसों को बाईपास पर खड़ा रखा जा सकता है। जिससे शहर के लोग इन प्रवासी मजदूरों के संपर्क में ना आए।
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