शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा कलेक्टर को पत्र..आपदा प्रबंध समिति की बैठक बुलाकर निर्णय लिया जाए..
शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा कलेक्टर को पत्र..आपदा प्रबंध समिति की बैठक बुलाकर निर्णय लिया जाए
सार्वजनिक गणेशोत्सव मनाने या न मनाने का निर्णय चुने हुए जनप्रतिनिधीयों की उपस्थिती में होना चाहिए न कि एक तरफा प्रशासनिक आदेश से : मनोज राजानी
देवास। जिला (शहर) कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मनोज राजानी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि कोरोना महामारी के समय गठित जिला आपदा प्रबंध समिती की बैठक आहुत करने हेतु जिला कलेक्टर को एक पत्र लिखा है। चूंकि शासन द्वारा जिला आपदा प्रबंध समिती (डीसीएनसी) कोरोना महामारी से उपजे विषयो पर निर्णय लेने हेतु गठित की गई है इस समिती में गणमान्य नागरिको के रूप में सांसद एवं विधायकगणो के साथ विभिन्न धर्मो के धर्म गुरू भी सम्मिलित है। पूर्व में इसी जिला आपदा प्रबंध समिती में दुकानो खोलने/राशन वितरण/दवाइयो/फैक्ट्रियो मंदिर मस्जिद/धर्म स्थल/परिवहन/स्वास्थ सेवाए इत्यादी महत्वपूर्ण विषयो पर निर्णय लिए है।
वर्तमान में सनातन धर्म का सबसे महत्वपुर्ण गणेशोत्सव न मनाने का जो एक तरफा निर्णय शासन ने किया है ऐसे निर्णय की आवश्यकता देवास जिले में नहीं है। चूंकि महाराष्ट्र में जहाँ भारत में सर्वाधिक कोरोना मरीज पाए गये है वहीं उसके उपरान्त भी गणेशोत्सव मनाने हेतु नई गाईड लाईन बनाते हुए सरकार द्वारा अनुमति जारी कि गई है इसके ठीक विपरित मध्यप्रदेश सरकार द्वारा जो कि मरिजो की संख्या के मान से 16 वे स्थान पर होकर उस मप्र में देवास जिला लगभग 20 वे नंबर पर है। ऐसे में गणेशोत्सव सार्वजनिक रूप से न मनाने हेतु दिया गया आदेश तुगलकी होकर सनातन धर्म की परम्पराओ को कुंठित करने जैसा है। सार्वजनिक गणेशोत्सव मनाने या न मनाने का निर्णय भी चुने हुए जनप्रतिनिधियों की उपस्थिती में होना चाहिए न कि एक तरफा प्रशासनिक आदेश से होना चाहिए। श्री राजानी ने जिला आपदा प्रबंध समिती (डीसीएनसी) की बैठक शीघ्र आहुत करने की मांग करते हुए कहा कि देवास जिले की परिस्थितियों को देखते हुए जनमानस की भावनाओं के अनुरूप निर्णय लेने का अनुरोध किया है।
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