भूमाफियाओं के विरूद्ध पुलिस की कार्रवाई..... कृषकों ने कृषि भूमि कॉलोनाईजर के बेची, बगैर अनुमति व लायसेंस के कॉलोनाईजर ने काट दी कॉलोनी..
भूमाफियाओं के विरूद्ध पुलिस की कार्रवाई…..
कृषकों ने कृषि भूमि कॉलोनाईजर के बेची, बगैर अनुमति व लायसेंस के कॉलोनाईजर ने काट दी कॉलोनी
किसानों से काफी देर तक की पूछताछ, कई पर प्रकरण पंजीबद्ध, चार आरोपियों को किया गिरफ्तार
देवास। नगर पालिका निगम भवन निरिक्षक ने औद्योगिक थाने पर आवेदन दिया था की कुछ लोगों ने कृषि भूमि पर अवैध रूप से विकास कर लिया है। जिसके चलते रविवार अलसुबह पुलिस ने आवेदन के तहत कुछ लोगों को उठाया था। जिसमें पता चला की कुछ कृषकों ने अपनी भूमि कॉलोनाईजर को विक्रय की थी लेकिन उसका नामांतरण नहीं होने से कृषकों को पुलिस ने पूछताछ के लिए थाने पर बैठाया था। बताया गया है की उक्त कालोनाईजर ने उक्त भूमि का डायवर्शन नहीं कराया था और अवैध रूप से कॉलोनी का निर्माण किया जा रहा था। जिसके चलते नगर निगम अधिकारी ने आवेदन दिया था जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की है। वहीं जब किसानों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया तब पालनगर बायपास मार्ग पर क्षेत्र के कृषकों के साथ क्षेत्रीय पूर्व पार्षद ने चक्काजाम कर दिया था। वहीं चक्काजाम की सूचना मिलते ही औद्योगिक थाना पुलिस सहित नगर पुलिस अधीक्षक व उपपुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे जहां किसानों को समझा कर चक्काजाम खुलवाया गया था। इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक ने प्रेस वार्ता में कहा था की पुलिस ने 17 मामले दर्ज किए हैं। सभी मामलों को लेकर जांच की जा रही है, जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। प्रेस वार्ता के दौरान मीडिया के द्वारा किए गए प्रश्र किसानों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है उस बात पर पुलिस अधीक्षक कुछ भी कहने से बचते रहे।
शहर में लगातार भूमाफियाओं को लेकर शिकायतें आ रही है। जिसके चलते पुलिस कार्रवाई भी कर रही है। वहीं इसी के तहत अग एक ऐसा प्रकरण सामने आया जहां कुछ कृषकों ने अपनी कृषि भूमि का कुछ हिस्सा इंदौर के एक कॉलोनाईजर राहुल सिसौदिया को विक्रय किया था। जिसमें न तो डायवर्शन था न ही उक्त भूमि का नामांतरण किया गया था। इस मामले को लेकर नगर निगम भवन निरिक्षक जितेन्द्र सिसौदिया ने औद्योगिक थाने पर शिकायत की थी की उक्त भूमि पर भवन बनाने की अनुमति नहीं ली गई थी, साथ ही भवन बनाने के लिए किसी भी प्रकार के दस्तावेज नहीं मिले थे।। जिस पर औद्योगिक थाना पुलिस ने रविवार अलसुबह कार्रवाई करते हुए पालनगर व बावडिय़ा से कुछ किसानों को थाने लेकर आई जिनसे पूछताछ की जा रही थी। वहीं इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह ने प्रेस वार्ता के दौराना कहा की जिले में आज तक की सबसे बड़ी कार्यवाही है और आगे भी जारी रहेगी और कहा की अभी कुछ लोगों पर कार्रवाई की गई है, साथ ही जांच की जा रही है। वहीं मीडिया ने जब उनसे पूछा की मामले को लेकर किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है इस संबंध में पुलिस अधीक्षक कुछ कहने से बचते रहे। वहीं देर शाम को इसी मामले को लेकर बताया गया की इस मामले मेंं चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, बाकी बचे आरोपियों को पुलिस जल्द ही पकड़ लेगी। वहीं प्रेस वार्ता के बाद क्षेत्रीय पार्षद अर्जुन चौधरी व अन्य किसान पुलिस अधीक्षक से मिलने के लिए पहुंचे थे। जिन्होनें किसानों को छोड़े जाने की बात की थी जिस पर पुलिस अधीक्षक के आदेश पर औद्योगिक थाना पुलिस ने कुछ ही घंटो के बाद किसानों को छोड़ दिया था।
किसानों को किया गिरफ्तार, तो क्षेत्र के लोगों ने किया चक्काजाम
औद्योगिक थाने पर पुलिस ने रविवार अलसुबह पालनगर क्षेत्र के कुछ किसानों को गिरफ्तार किया था जिस पर काफी देर तक पुलिस ने किसानों से पूछताछ भी की थी। वहीं पुलिस ने उन्हें थाने पर ही रखा हुआ था। जिसके विरोध में क्षेत्र के किसानों के साथ-साथ क्षेत्रीय पार्षद अर्जुन चौधरी ने विरोध स्वरूप पालनगर बायपास पर चक्काजाम कर दिया था। इस मामले को लेकर पार्षद अर्जुन चौधरी ने बताया की किसानों ने अपनी जमीन विक्रय की है। जिस पर पुलिस ने उन्हें भूमाफियाओं की श्रेणी में रखते हुए आरोपी बना दिया है। उन्होनें कहा की पुलिस जब तक किसानों को नहीं छोड़ेगी तब तक चक्काजाम जारी रहेगा। वहीं इस घटना की सूचना मिलने के बाद नगर पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह, उपपुलिस अधीक्षक किरण शर्मा सहित औद्योगिक थाना पुलिस मौके पर पहुंचे जहां किसानों को समझाईश देने के बाद चक्काजाम बंद किया गया। लगभग एक घंटे तक जाम लगा हुआ था।
इन पर प्रकरण हुए पंजीबद्ध
उपपुलिस अधीक्षक किरण शर्मा ने बताया की कुछ लोगों पर शहर के तीन थाना क्षेत्रों में प्रकरण पंजीबद्ध किए गए हैं। जिनमें बीएनपी, नाहर दरवाजा, सिविल लाइन व औद्योगिक थाने पर प्रकरण पंजीबद्ध है। उनमें अनिता, विशाखा, शरद, ज्योति डिडवानी, पंकज देवलिया, देवेन्द्र, दिनेश, हरी सिंह, विष्णु, रमेश, सौरभ, ओमप्रकाश, राजेश, जीवन, मंगल सिंह, बाबूलाल, पे्रमनारायण, जितेन्द्र, समंदर सिंह, जसवंत सिंह, संदिप, इमरान शेख, इरशाद शेख, अलताफ शेख, शकील है। वहीं नाहर दरवाजा थाने पर जगन्नाथ उर्फ जग्गू निवासी बड़ा बाजार, सबरेज पिता मुबारिक गंगा बाई पति तुलसीराम, राकेश राज चंदानी पिता भूरालाल चंदानी, मो. शाकिर पिता ताजमोहम्म्द, केशर बाई पति भेरूलाल मालवीय, मुशीर पिता रिजबुल है। उन्होनें बताया की इसके अलावा और भी नाम जल्द ही सामने होंगे।
अब तक सत्रह प्रकरणों में 4 आरोपी गिरफ्तार
रविवार अलसुबह पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर शहर के अलग-अलग थानों सहित औद्योगिक थाना पुलिस ने अवैध रूप से कॉलोनी काटने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की थी। जिसकी जांच पूरी होने के बाद 4 आरोपियों को पुलिस ने धरदबोचा है। जिसके चलते पुलिस ने चारों आरोपियों के विरूद्ध धाखाधड़ी के तहत धारा 420 व 292 (सी) में अपराध पंजीबद्ध किया है। वहीं धोखाधड़ी व भू माफियाओं के विरुद्ध पूरे मामले को लेकर पुलिस जांच कर रही है। वहीं मामले को लेकर पुलिस ने बताया की औद्योगिक थाने में 6 प्रकरण, नाहर दरवाजा थाने में 2 व बीएनपी थाने में 7 प्रकरण व सिविल लाईन थाने 2 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए है। जिनमें 4 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले को लेकर उपपुलिस अधीक्षक ने बताया की 4 आरोपियों में 2 आरोपी बीएनपी थाने में गिरफ्तार किए गए व 2 सिविल लाइन थाने में हैं। जिनमें मुशहिर पिता रियाजुल, शाकीर शेख सिविल लाइन थाने में गिरफ्तार किए गए हैं। वहीं बीएनपी थाने में हीरासिंह व दिनेश को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन औद्योगिक थाने में गिरफ्तारी अभी नहीं हुई है वहां मामले को लेकर जांच की जा रही है।
मैं विधायक नहीं भाजपा नेता हूं..
बायपास मार्ग पर लगे जाम में भाजपा की विधायक लिखे वाहन को जब लोगों ने रोका तो वह पहले तो बात करने को तैयार नहीं हुए बाद में जब मीडिया ने जो सवाल पूछा तो वह अपने आपको विधायक मानने को भी तैयार नहीं हुए बोले में वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता हूँ और भाजपा विधायक खंडवा की गाड़ी जाम में आधे घंटे तक फंसी रही। मामले को बढ़ता देख पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन किसान नहीं माने बाद में सीएसपी विवेक चौहान सहित डीएसपी किरण शर्मा मौके पर पहुंचे जहां किसानों को समझाइश दी। उसके बाद कहीं जाकर मामला शांत हुआ और बाईपास से जाम हटाया गया।
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