पालकगण व छात्र नेता पहुंचे कलेक्टर कार्यालय, मनमानी स्कूल फीस को लेकर किया प्रदर्शन
जिला शिक्षा अधिकारी प्राइवेट स्कूलों से रुपए वसूल रहे : पालकगण
देवास। शिक्षा अधिकारी निजी स्कूलों से रुपये ले रहे है, और स्कूल संचालक बैखोफ पालकों से मनमानी फीस वसूल रहे है। इस प्रकार के आरोप छात्र एकता परिषद व मौजूद पालकगण ने लगाए, जिसे सुन एडीएम, तहसीलदार, जिला शिक्षा अधिकारी ने दांतों तले उंगली दबा ली। वहीं सूत्रों की मानें तो जिला शिक्षा अधिकारी निजी स्कूलों से लेनदेन कर अपना हाथ बचाकर मनमानी फीस वसूलने के लिए स्कूल संचालको को छूट दे रहे है। जिससे वर्तमान में पालकगण मनमानी फीस से परेशान हो रहे है। आज इसी मामले को लेकर पालकगणो ने जिला प्रशासन से जवाब मांगा है, की अब तक जिला प्रशासन ने क्या करा है।
मनमानी फीस वसूली को लेकर एक बार फिर छात्र एकता परिषद के नेता और पालकगण कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और 2 घंटे तक बैठे रहे। जहां मीटिंग के चलते कोई अधिकारी बाहर नहीं आया जिसके बाद छात्र नेताओं ने नारे लगाना शुरू किए, और मनमानी फीस वसूली को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। इसी बीच तहसीलदार पूनम तोमर बातचीत करने आई तो हंगामा कर रहे लोगों ने बोला की जिला शिक्षा अधिकारी या एडीएम को बुलाओ। पालको के नारे सुन मीटिंग के बीच में जिला शिक्षा अधिकारी व एडीएम आए, और सभी से चर्चा करनी चाही जहां वहीं पर मौजूद छात्र नेताओं ने जिला शिक्षा अधिकारी राजीव सूर्यवंशी पर प्राइवेट स्कूलों से रुपए वसूलने के गंभीर आरोप लगाए। छात्र नेताओं ने जिला शिक्षा अधिकारी पर आरोप लगाते हुए यहां तक कह दिया की इनकी ही शह पर प्राइवेट स्कूल संचालक अभिभावकों से मनमाना शुल्क वसूल रहे हैं, और इस प्रकार का शुल्क वसूलने केे लिए स्कूल संचालकों से रूपए भी जिला शिक्षा अधिकारी ने लिए है। इस पर मौजूद तहसीलदार, जिला शिक्षा अधिकारी और एडीएम यह बात सुनकर हक्के-बक्के रह गए, व एक दूसरे का मुंह देखने लगे और वहां मौजूद छात्र नेताओं की बातें सुनते रहे। छात्र नेता आरोप प्रत्यारोप जिला शिक्षा अधिकारी पर करते रहे। पालकगण ने लापरवाही करने के आरोप लगाते हुए बताया कि वह जिला शिक्षा अधिकारी की कार्यशैली से परेशान है। हम सबको बहला रहे है, फोन नहीं उठाते है। बैठक चल रही है जबकि हम यहां मिलने आये है, और हमें फीस भरना पड़ रहा है। हम अधिकारियों सहित मुख्यमंत्री तक से मिल चुके है। फिर भी इस मामले में कुछ नहीं हो रहा है। अब आगे हम बड़े से बड़ा आंदोलन करेंगे। जिला शिक्षा अधिकारी राजीव सूर्यवंशी ने सफाई देते हुए बताया कि इस प्रकार के आरोप प्रत्यारोप लगाए गए हैं जो निराधार है।
इनका कहना :-
यह जो मामला है शासन स्तर से ही स्वीकृत होता है, उसी को लेकर प्राइवेट स्कूल संचालकों को कहा गया है वर्तमान में कोरोना काल को लेकर शासन ने जो दिशा निर्देश जारी किए है उसके अनुसार कार्य हो रहा है। इसके विरूद्ध अगर कुछ होता है तो हम कार्रवाई कर सकते हैं किंतु अभी तक कोई ऐसा मामला प्रकाश में नहीं आया है। मुझ पर जो आरोप लगाए गए है वह निराधार है।
जिला शिक्षा अधिकारी, राजीव सूर्यवंशी
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