तीन सगे भाई किराए के मकान में बना रहे थे नकली बीड़ी, कर्नाटक की 30 छाप व इंदौर की आजाद बीड़ी के नाम नकली बीड़ी बनाकर बाजार में बेच रहे थे..

पुलिस ग्राहक बनकर पहुंची तीनों को किया गिरफ्तार, हजारों रूपए का माल किया जब्त

देवास। कोरोना काल में अवैध रूप से व्यापार करने वालों के हौंसले बुलंदी पर हैं। हांलाकि पुलिस सूचना मिलने पर कार्रवाई कर देती है। इसी के चलते आज दोपहर में कोतवाली थाना पुलिस को सूचना मिली की कर्मचारी कॉलोनी स्थित एक मकान में तीन सगे भाई नकली बीड़ी बनाने का कार्य कर रहे हैं। जिस पर पुलिस ग्राहक बनकर नकली बड़ी बनाकर बेचने वालों के पास पहुंची जहां पता लगते ही दबिश दी और लगभग 7 बोरे भरकर नकली बीड़ी जब्त कर तीन आरोपियों को पुलिस ने धरदबोचा है।

       कोतवाली थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली की नकली बीड़ी बनाने का कार्य पिछले 4-5 दिनों से कर्मचारी कॉलोनी में कार्य चल रहा है। जिस पर पुलिस ग्राहक बनकर इनके पास पहुंची और आरोपियों को नकली बीड़ी बनाते हुए धरदबोचा। कोतवाली थाना प्रभारी उमराव सिंह ने बताया की कर्मचारी कॉलोनी के निवासी आशिक नामक व्यक्ति का मकान था। यहां पर तीन सगे भाई अकरम शाह, असलम शाह, लाल शाह पिता हमीद अली निवासी सैफी मार्ग देवास ने कमरा किराए से लिया था। इन लोगों ने मकान मालिक के साथ कोई अनुबंध भी नहीं किया था।

        यह तीनों लोग यहां पर मैंगलोर का उत्पादन 30 नंबर व इंदौर का उत्पादन आजाद बीड़ी का रेपर लगाकर नकली बीड़ी बनाकर बाजार में बेचने के लिए बनाई थी। आरोपियों से पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला की इन लोगों ने बड़ी तादात में बीड़ी बनाई थी, और लॉकडाउन खुलने का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही लॉकडाउन खुलता यह लोग बाजार में नकली बीड़ी बेच देते लेकिन पुलिस ने इन्हें लॉकडाउन खुलने के पूर्व ही धरदबोचा था।

       इस मामले को लेकर एएसआई पवन यादव ने बताया की विगत 3-4 माह से नकली बीड़ी बनाने का कार्य सैफी मार्ग स्थित इनके मकान से करते थे। पिछले 4-5 दिनों से इन लोगों ने कर्मचारी कॉलोनी में कमरा किराए से लिया जहां यह लोग नकली बीड़ी बना रहे थे। पुलिस ने इन आरोपियों के पास से बीड़ी से भरे 7 बोरे जब्त किए हैं। जिनकी बाजार में अनुमानित किमत लगभग 40 हजार रूपए से अधिक बताई गई है। पुलिस ने तीनों भाईयों को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही इन पर धारा 420 व धोखाधड़ी के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।

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