बस स्टेण्ड पर गहराता जा रहा एजेंटी को लेकर विवाद.....
हफ्ता वसूली के विवाद में स्टेण्ड पर खड़ी 8 यात्री बसों के कांच फोड़े
देवास। बस स्टेण्ड पर आए दिन एजेंटी को लेकर वाद-विवाद गहराते नजर आ रहे हैं। यहां पर सबसे बड़ी खामी यह है कि बस स्टेण्ड पर एजेंटों की वसूली पर पुलिस का नियंत्रण नहीं है, इसके साथ ही यहां पर पुलिसकर्मी दिखाई नहीं देते। जबकि बस स्टेण्ड से लगा हुआ यातायात पुलिस थाना है उसके बावजूद यहां पर एजेंटों के आपसी विवाद होना पुलिस को चेलेंज देने के समान हो चुका है। बीती रात को भी बस स्टेण्ड परिसर में खड़ी करीब 8 बसों के कांच कुछ लोगों ने एजेंटी व हफ्ता वसूली की बात को लेकर फोड़ दिए। पुलिस ने दो फरियादियों की रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।
शहर में एक मात्र बस स्टेण्ड है जहां से सभी रूटों की बसों का संचालन किया जाता है। इनमें इंदौर, उज्जैन की और चलने वाली बसों का संचालन यहीं से होता है। बताया जाता है कि यहां पर बसों के संचालन को लेकर एजेंटी ली व दी जाती है। बताया गया है कि प्रति बस के हिसाब से एजेंट 200 रूपए वसूली करते हैं। इसी के चलते बीती रात को भी विवाद हो गया। मामले को लेकर कोतवाली थाना पुलिस ने बताया कि दो फरियादियों ने रिपोर्ट दर्ज कराई है जिसमें हफ्ता वसूली को लेकर आरोपियों ने फरियादियों को धमकाया व 8 बसों के कांच फोड़ दिए हैं। पुलिस ने फरियादियों की रिपोर्ट पर अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।
पुलिस ने फरियादी मनोज उर्फ अमित पिता ओंकार सिंह कुमावत उम्र 25 साल निवासी आरके होटल के सामने ईटावा की रिपोर्ट पर आरोपी भीम धारु, चिंटु धारु व उसका छोटा भाई एवं अन्य साथियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपीयो ने बस स्टेण्ड पर हफ्ता वसुली व फरियादी को गाली व जान से मारने की धमकी दी व बसों में नुकसान पहुुंचाया है जिस पर पुलिस ने धारा 327, 427, 294, 506, 34 में अपराध दर्ज कर लिया है। इसी तरह फरियादी सूरज पिता भानु सोदे उम्र 28 साल निवासी बिहारीगंज ने भी आरोपी भीम धारु, चिंटु धारु व उसका छोटा भाई एवं अन्य साथियों के खिलाफ धारा 327, 427, 294, 506, 34 में अपराध दर्ज करवाया है।
इन 8 बसों के कांच फोड़े
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार भाबर ट्रेवल्स की बस क्रमांक एमपी 45 पी 1650, जटाशंकर ट्रेवल्स की बस क्रमांक एमपी 09 एफए 9977, एम यादव ट्रेवल्स की एमपी 13 पी 6887, एमपी 41 पी 1493, एमपी 41 पी 1489, एमपी 41 पी 1360, एमपी 41 पी 1358, एमपी 41 पी 1532 के कांच फोड़े थे।
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