चोर मचाए शोर....... एसडीएम के शासकीय निवास पर चोरों ने किया हाथ साफ.....

चोर ने एसडीएम के नाम लिखा पत्र : घर में पैसा नहीं रखते तो ताला क्यों लगाते हो कलेक्टर…!
देवास। शहर नहीं अपितु जिले में चोरों के हौंसले कितने बुलंदी पर है, यह देखने में आ रहा है। शहर में लगातार चोरियों की वारदातें हो रही है, अब शहर के सिविल लाइन क्षेत्र में एसडीएम के शासकीय निवास पर चोरों ने धावा बोल दिया। जहां चोरों को कुछ नगदी और चांदी के जेवर मिले लेकिन उनसे वे संतुष्ट नहीं हुए जिस पर अज्ञात चोरों ने पुलिस को चुनौती देते हुए एसडीएम की ही डायरी में उन्हीं के पेन से एक पत्र भी लिख दिया कि घर में पैसा नहीं रखते तो ताला क्यों लगाते हो कलेक्टर…। उल्लेखनीय है कि एसडीएम जिले के खातेगांव में पदस्थ है उनके शासकीय निवास पर गत 15-20 दिनों से ताला लगा हुआ था। जिसका फायदा चोरों ने उठाया और चोरी कर फरार हो गए। वैसे सिविल लाइन में शासकीय अधिकारियों के निवास स्थान भी है, उसके बावजूद चोरी की वारदात होना चोरों के हौंसले बुलंदी पर दिखाई देता है।

 

शहर में पिछले दिनों एबी रोड़ पर बिगबॉक्स शोरुम पर मोबाइल और नकदी की चोरी को अभी 3-4 दिन ही हुए थे कि शहर में एक और चोरी के खुलासे ने पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी है। लगातार बढ़ रही चोरी की वारदातों के बीच चोरों ने प्रशासन और पुलिस को चैलेंज किया है। इस बार बदमाशों ने शहर के सिविल लाइन क्षेत्र में धावा बोला है। गौरतलब है कि इस क्षेत्र में जिले के आला अधिकारियों के निवास स्थान है। जिसमें एसडीएम त्रिलोचन सिंह गौड़ का शासकीय निवास भी है इनके निवास पर पिछले 15-20 दिनों से ताला लगा हुआ था, एसडीएम गौड़ जिले के खातेगांव में पदस्थ है और इन्हीं के निवास में चोरों ने धावा बोल दिया जहां चोरों ने घर में प्रवेश कर अलमारी खोली जिसमें से नगदी और जेवर चोरी कर लिए, वहीं चोरों को एसडीएम के सूने घर में चोरी करने पर उम्मीद के मुताबिक माल नहीं मिला। जिस पर पुलिस को चुनौती देते हुए एसडीएम की ही डायरी में उन्हीं के पेन से एक पत्र भी लिख दिया कि घर में पैसा नहीं रखते तो ताला क्यों लगाते हो कलेक्टर…।

 

एसडीएम त्रिलोचन गौड़ का मकान ऐसी जगह स्थित है जहां एक और सांसद का बंगला, वहीं दूसरी और एसडीएम प्रदीप सोनी का शासकीय निवास है। इन्हीं के मकान से महज 100 मीटर की दूरी पर पुलिस अधीक्षक का निवास भी स्थित है। ऐसे क्षेत्र में हुई इस वारदात ने सभी को चौंका कर रख दिया है। पुलिस के मुताबिक वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश प्रोफेशनल नजर आ रहे हैं, क्योंकि वह घर से नगदी और चांदी के जेवरात को छोडक़र अन्य कोई सामान नहीं ले गए।

चोरी होने की बात का खुलासा शनिवार शाम करीब 7 बजे उस वक्त हुआ जब एसडीएम त्रिलोचन गौड़ ड्यूटी से करीब 15 दिन बाद लौटकर आए। एसडीएम गौड़ ने बताया कि पहले वे देवास में ही पदस्थ थे। 15 दिन पहले जिला प्रशासन ने उन्हें खातेगांव एसडीएम की जिम्मेदारी सौंपी थी। जिसके बाद वे अपने देवास के शासकीय निवास में ताला लगाकर खातेगांव चले गए, परिवार भी देवास में नहीं था। ड्यूटी के बाद शनिवार को जब वे खातेगांव से देवास लौटे तो घर का ताला टूटा देखकर आशंकित हो गए। उन्होंने अंदर जाकर देखा तो घर का पूरा सामान अस्त व्यस्त पड़ा था। चोरों ने पूरे घर की आराम से तलाशी ली और अलमारी तोडक़र, पलंग से लेकर सारा सामान बिखरा गए। उन्होंने इसकी सूचना तत्काल कोतवाली थाना प्रभारी उमराव सिंह को दी। जिसके बाद वे मौके पर पहुंचे। दोनों अफसरों ने जब घर का मुआयना किया तो कुर्सी पर एक छोटा सा पत्र लिखा मिला, जिसमें चोर ने उनके नाम पर लिखा कि घर में पैसा नहीं रखते तो ताला क्यों लगाते हो कलेक्टर…। फिलहाल फरियादी एसडीएम त्रिलोचन सिंह गौड़ ने कोतवाली थाना पुलिस को रिपोर्ट लिखाई है कि उनके घर से 30 हजार नगद, एक अंगूठी, चांदी की पायल और सिक्के चोरी हुए हैं, जिस पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 457, 380 में प्रकरण दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।

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