जीवन बीमा कंपनी के साथ 1 करोड़ का धोखा करने वाले पुलिस के हत्थे चढ़े, आरोपी ने खुद को मृत बताकर धोखाधड़ी की बनाई थी योजना, पत्नी बेटा व डॉक्टर थे शामिल......

आरोपी व डॉक्टर को पुलिस ने किया गिरफ्तार, पत्नी व बेटा फरार
देवास। एक व्यक्ति ने अपने परिवार के सदस्यों और एक डॉक्टर के साथ मिलकर जीवन बीमा पॉलिसी कंपनी के साथ 1 करोड़ की धोखाधड़ी करने की योजना बनाई थी। जिसमें उस व्यक्ति के पुत्र ने अपने पिता को मृत बताया और डॉक्टर से नकली दस्तावेज बनवाकर नगर पालिका निगम में दिए जहां मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन दिया था। इस मामले को लेकर जब इंश्योरेंस कंपनी के लोगों को आशंका हुई तो उन्होनें इस संबंध में कोतवाली थाने में आवेदन दिया था, जहां इस मामले को लेकर पुलिस ने प्रकरण को जांच में लिया था। पुलिस के द्वारा बताया गया है कि उक्त मामला वर्ष 2019 का था, मामले में विवेचना जारी थी, इसी बीच मृत व्यक्ति को स्वस्थ्य हालात में मिला साथ ही डॉक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, उन्हें न्यायालय में पेश किया जहां से जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में उस व्यक्ति के साथ उसकी पत्नी, बेटा व डॉक्टर शामिल थे। पुलिस ने खुद को मृत बताने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है, साथ ही आरोपी की पत्नी व बेटा फरार है जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जावेगा।

आरोपी अब्दुल हनीफ निवासी एकता नगर इटावा ने 2 मई 2019 ऑनलाईन एक करोड़ की जीवन बीमा पॉलिसी एसबीआई लाईफ इंश्योरेंश की तारानी कालोनी स्थित शाखा से ली थी। जिसकी सालाना किश्त लगभग 40 हजार रूपए बैंक द्वारा तय कि गई थी। जिसके चलते अब्दुल हनीफ ने मासिक रूप से चार-चार हजार की दो किश्ते इंश्योरेंश कंपनी में जमा कि थी। वर्ष 2019 में सितंबर माह में अब्दुल हनीफ के पुत्र इकबाल ने अपने पिता को मृत बताकर नगर पालिका निगम में मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया। जिसमें इकबाल द्वारा एक डॉ. शाकिर मंसूरी निवासी लक्ष्मीनगर स्टेशन रोड़ जो की एयूएमएस है जिससे फर्जी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाई और उसके बाद नगर निगम से फर्जी दस्तावेज देकर मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया। जिसके बाद इंश्योरेंश कंपनी को मृत्यु प्रमाण सहित अन्य दस्तावेज देकर जालसाजी करने का पुरा षडयंत्र रचा गया। जिसमें आरोपी का बेटा इकबाल व पत्नी रेहाना सहित डॉ.शाकिर शामिल थे। इस मामले को लेकर जब इंश्योरेंश कंपनी को आशंका हुई तो उन्होनें मामले को लेकर कोतवाली थाने में आवेदन दिया जिसकी विवेचना सब इंस्पेक्टर पवन यादव द्वारा की गई।

दो वर्ष बाद पुरे मामले में अब तक फरार रहे मृतक अब्दुल हनीफ स्वस्थ मिले और पुलिस ने उन्हें डॉ. के साथ गिरफ्तार कर लिया। इसे मामले में एएसआई श्री यादव ने बताया कि अभी तक कुल चार आरोपियों में से दो आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके है। जबकि आरोपी अब्दुल का बेटा इकबाल व उसकी मां रेहाना फरार है जिसकी तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है। पुलिस ने बताया कि डॉक्टर डिग्री जब्त कर ली गई है साथ ही इसकी जांच स्वास्थ्य विभाग से भी कराई जाएगी। वहीं इस मामले को नगर निगम अधिकारी को भी अवगत करा दिया है। थाना कोतवाली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 120 बी, 465, 467, 468, 471, 511 आईपीसी के तहत विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।

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