मां की तरह जिसकी भावना हो वह महादेव है, महादेव में सारा संसार समाया हुआ है : पंडित पुष्पा नंदन तिवारी

मां की तरह जिसकी भावना हो वह महादेव है, महादेव में सारा संसार समाया हुआ है : पंडित पुष्पा नंदन तिवारी
देवास। मां की तरह जिसकी भावना हो वह महाकाल महादेव हैं । जैसे मां अपने बच्चों को कभी दुख नहीं देती वैसे ही महादेव हैं। महादेव में पूरा संसार, सृष्टि समाई हुई है। शिवजी की पिंडी सिर्फ मूर्ति नहीं है। समग्र सृष्टि के बीज का आधार भगवान शिव ही हैं। इसी को परब्रह्म कहते है। शिव पिंडी में तीनों देवता ब्रह्मा विष्णु और महेश समाए हुए हैं। स्थानीय भेरूगढ़ स्थित माहेश्वरी भवन श्री राम मंदिर में 28 दिसम्बर से 1 जनवरी तक आयोजित किए जाने वाले पांच दिवसीय नानी बाई रो मायरो के दूसरे दिन बुधवार को यह विचार व्यासपीठ से पंडित पुष्पानंदन तिवारी ने प्रकट किए।

सुमधुर नानी बाई रो मायरो के बीच खुशबू राधा श्री कृष्ण राधा के रूप में तो पुरुषोत्तम झवर नर्सिंग के रूप में जैसे ही कथा पंडाल में आए ढोल नगाड़ा और तालियों की गड़गड़ाहट से पुष्प वर्षा कर महिला पुरुषों ने स्वागत किया। भगवान श्री कृष्ण, राधा व नरसिंहजी के जीवंत प्रस्तुतीकरण ने भक्तों का मन मोह लिया। महिलाएं अपने आप को नृत्य करने से नहीं रोक पाई। मंगल गीत गाकर भक्तों ने पूज अर्चना कर आशीर्वाद लिया। पंडित पुष्पा नंदन ने आगे कहा की समभाव में रहने का सभी को प्रयास करना चाहिए। विरोध के लिए मना नहीं है। पर जो हमारी संस्कृति का सत्यानाश करना चाहता है, उसके खिलाफ एकजुट हो जाना चाहिए। यही भाव भक्त नरसिंह के मन में था। मां शिक्षा देती हैं पर लगता बुरा है। यह पौधे जो लगा रखे हैं,इनकी पूरी मिट्टी निकाल दो वह पौधा चाहे तुलसी जी का हो या और कोई हो कुछ भी पेड़ हो बस मिट्टी निकाल दो। मट्टी अगर किसी पौधे की निकाल दोगे तो पौधा चलेगा नहीं सूख जाएगा। तो अपनी जड़ को उघाड़ो  मत ढाक के रखो। कपड़े ऐसे पहनो की जड़ ना उखड़े और अगर यदि जड़ उखड़ जाएगी तो जड़ से उखड़ जाओगे। इसलिए जड़ पर मिट्टी रखना जरूरी है। जीवन की जड़ पर मिट्टी अगर सही है तो जीवन भी सही है। आयोजक मंडल के महेश चंद्र झवर व पुरुषोत्तम झंवर ने बताया। पहले दिन सुख रोज दान, दूसरे दिन महारास लीला तीसरे दिन पत्र लीला, चौथे दिन माडी लीला और समापन पर पांचवे दिन सांवरिया सेठ जी द्वारा मायरो भरना एवं नगर भ्रमण होगा। अंतिम दिन शाम 7 बजे से भोजन प्रसादी होगी। आयोजक महेश चंद्र झवर एवं पुरुषोत्तम झंवर द्वारा धर्म प्रेमी जनता ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर धर्म लाभ लिया।

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