पांच दिवसीय नानी बाई रो मायरो एवं नंदोत्सव का हुआ शुभारंभ......
मथुरा शरीर है और आत्मा परमधाम है परमात्मा का : पंडित पुष्पानंदन तिवारी
देवास। स्थानीय भेरूगढ़ स्थित माहेश्वरी भवन श्री राम मंदिर में 28 दिसम्बर से 1 जनवरी तक आयोजित किए जाने वाले पांच दिवसीय नानी बाई रो मायरो एवं नंदोत्सव का शुभारंभ हुआ। शुभारंभ पूर्व जेल रोड स्थित सांवलिया नाथ मंदिर से नगर के प्रमुख मार्गो से शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा का समापन कार्यक्रम स्थल पर हुआ। बैंड बाजों के साथ निकाली गई शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर महिला पुरुषों द्वारा स्वागत किया गया।
व्यासपीठ से पंडित पुष्पानंदन तिवारी ने विचार प्रकट करते हुए कहा कि जब हम भगवान का नाम लेते हैं, तो पाप सिर पर चढक़र निकल जाता है, और पुण्य मन में उतर जाता है। भगवान का चरित्र चित्रण होता है तो भक्त विराजमान होते हैं, और जब भक्त के चरित्र का चित्रण होता है तो स्वयं परमात्मा को विराजमान होना पड़ता है। भगवान की जहां कृपा होती है वहां श्रोता के रूप में विराजमान होते हैं। जब भी हमारे जीवन में विपत्ति आती हैं तो भगवान हमारी रक्षा करते हैं। भगवान श्री कृष्ण ने 17 बार मथुरा की रक्षा की है।
जब भगवान के आगे समर्पण कर दो, कि भगवान हम तो हार चुके हैं, तो भगवान उस हार को जीत में बदल देते हैं। परंतु परमात्मा का समर्पण भाव से भाव व्यक्त करना पड़ेगा। मथुरा शरीर है और आत्मा परमधाम है परमात्मा का। आयोजक मंडल के महेश चंद्र झवर एवं पुरुषोत्तम झंवर ने बताया की मायरो प्रतिदिन दोपहर 2 से 5 बजे तक होगा।
पहले दिन सुख रोज दान, दूसरे दिन महारास लीला तीसरे दिन पत्र लीला, चौथे दिन माडी लीला और समापन पर पांचवे दिन सांवरिया सेठ जी द्वारा मायरो भरना एवं नगर भ्रमण होगा। अंतिम दिन शाम 7 बजे से भोजन प्रसादी होगी। आयोजक महेश चंद्र झवर एवं पुरुषोत्तम झंवर द्वारा धर्म प्रेमी जनता ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर धर्म लाभ लिया।
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