जनसुनवाई में आवेदन देने के बाद गुस्सा हुआ आवेदक !
आवेदक ने कहा : कई बार दिया आवेदन, अब तक नहीं हुआ निराकरण
नाले से निकला पानी खेत में जा रहा है जबकि उसे मेन रोड़ से जाना चाहिए : दीपक
देवास। जनसुनवाई के दौरान एक आवेदक अचानक से नाराज हो गया उसके साथ उसकी दादी व बहन भी थी। इससे पहले कलेक्टर को आवेदन दिया था। वहां से जाने के बाद आवेदक नाराज हो गया और कहा कि अब तक मेरी समस्या का निराकरण नहीं हुआ है, मेरे पिता के देहांत के बाद से कई बार आवेदन दे चुका हूं, लेकिन मुझे अधिकारी सिर्फ आश्वासन ही देते हैं। नाराज आवेदक को तहसीलदार बाहर ले गए और आवेदन का जल्द निराकरण करने की बात कही। आवेदक ने बताया कि मक्सी रोड़ स्थित ग्राम सिया में उसके दादाजी के आधिपत्य व स्वामित्व की जमीन है। जमीन पर कुंए के पास तालाब से पानी आता था। उस पानी से खेती की जाती थी। लेकिन वहां पर रास्ते में नाला बन गया है जिससे पानी नहीं आ रहा है और मेरे साथ आसपास के किसानों की फसल नष्ट हो रही है। इससे पहले उसके पिता ने भी कई बार आवेदन दिए थे, लेकिन अब तक कोई निराकरण नहीं हुआ है।
मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान सिया से आए आवेदक दीपक चौहान ने उसकी जमीन की समस्या के लिए आवदेन कलेक्टर ऋषव गुप्ता को दिया। उन्हें समस्या से अवगत भी कराया, कलेक्टर ने उसकी समस्या का निराकरण करने के लिए आश्वस्त किया। लेकिन वहां से जाते समय दीपक अचानक गुस्सा हो गया। उसके साथ उसकी दादी व बहन भी थी। उसे तहसीलदार बाहर ले गए और आवेदक की समस्या का निराकरण जल्द करने का आश्वासन दिया।
नाले से निकला पानी खेत में जा रहा है जबकि उसे मेन रोड़ से जाना चाहिए
दीपक ने बताया कि मेरे पिता कमल चौहान की 7 अगस्त 2023 को मौत हो गई थी। उससे पहले भी 25 जुलाई 2023 को भी आवेदन दिया था। लेकिन कोई निराकरण नहीं हो पाया। उसके बाद कई बार तहसीलदार को उनके कार्यालय में आवेदन दे चुका हूं। उसने बताया कि उसके पिता को वहां के सरपंच सहित अन्य लोग जमीन के लिए प्रताडि़त कर रहे थे। मेरे पिता पर दबाव बनाया जिसके कारण उन्होनें आत्महत्या कर ली थी। उसने बताया कि तालाब से हाइवे मार्ग तक नाला निकला हुआ है। जिसको गोया बालते हैं। जो अंजिर कुंए से होकर निकलता है। उसमें आधा रास्ता नाले से बाधित कर दिया है। हमारी मांग यह थी कि हमें रास्ता दे दिया जाए जिससे पानी की निकासी कर खेती कर पाएं। मेरे पिता की भी यही मांग थी। मेरे पास खेती कम है मेरे पिता का स्वर्गवास हुए एक वर्ष हो गया। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। नाले से निकला पानी खेत में जा रहा है जबकि उसे मेन रोड़ से जाना चाहिए वह नहीं जा रहा है। जिससे फसल खराब हो रही है। मेरा मानना है कि मैन रोड़ से नाले को जोड़ दिया जाए। कलेक्टर को आवेदन देने पर उन्होनेें कहा कि तहसीलदार मेडम देखेगी, और तहसीलदार मेडम से कई बार मिल चुका हूं उन्होनें अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है। तहसीलदार मेडम किसी को फोन लगाती है और कहती है कि वहां का काम हो गया है।
यह दिया था मृतक ने जनसुनवाई में आवेदन
मृतक कमल ने 25 जुलाई 2023 को आवेदन दिया था कि सिया के सरपंच राजेश, नासीर, राकेश सहित अन्य लोग धमकी दे रहे हैं। आवदेन में बताया था कि उसके पिताजी के आधिपत्य व स्वामित्व की जमीन हाइवे पर स्थित है। जिस पर वह खेती करते हैं, पिछले वर्ष अधिक वर्षा होने पर शासकीय भूिम पर गड्ढा हो गया था। उसका पानी खेत में होकर निकलता है जिससे फसल नष्ट हो जाती है। शासकीय नाले पर मुर्रम डालकर बारिश का पानी रोका गया था। कुछ दिनों पूर्व सरपंच राकेश व अन्य लोगों ने डलवाई गई मुर्रम को जेसीबी से हटाकर शासकीय भूमि पर कब्जा कर लिया था। बारिश के दौरान नाले का पानी खेत से निकलने पर फसल खराब हो गई, जिस पर मैंने सरपंच से चर्चा की तो उन्होनें कहा कि 15 लाख रुपए दे दो जमीन तुम्हारे नाम कर देंगे। मैंने कहा कि गरीब किसान का बेटा हूं इतने पैसे कहां से लाऊं। इस बात से नाराज होकर सरपंच सहित अन्य लोगों ने मुझे गाली-गलोच करते हुए जान से मारने की धमकी दी थी। धमकियों से भयभती होकर बीएनपी थाने में 22 जुलाई 2023 को आवेदन दिया था। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिस पर जनसुनवाई में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की थी।
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