रावतपुरा सरकार के सानिध्य में चल रहे चातुर्मास व्रत अनुष्ठान के अंतर्गत श्रीराम कथा प्रारंभ हुई....
गोस्वामी तुलसीदास जी ने मानवता का कल्याण कर दिया अपनी लेखनी से : सुलभ शांतु जी महाराज
देवास। आनंद भवन पेलेस पर संत शिरोमणि श्री रविशंकर जी महाराज रावतपुरा सरकार के सानिध्य में चल रहे चातुर्मास व्रत अनुष्ठान के अंतर्गत श्रीराम कथा सुलभ शांतु जी महाराज के मुखारविंद से प्रारंभ हुई। महाराज श्री ने कहा कि रामचरित मानस वह ग्रंथ है जिससे पठन, पाठन करने सुनने से मनुष्य का जीवन सहज ओर सरल बन जाता है तथा जीवन की व्यथा मिट जाती है। गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज ने रामचरित मानस को बहुत ही सरल भाषा में लिख दिया। जिसका अध्ययन हर कोई व्यक्ति पढक़र समझ सकता है। उन्होंने कहा कि राम चरित मानस का गुण यह है कि इसके सुनने वाले को विश्राम मिल जाता है।
राम कथा का स्त्रोत भगवान शिव से है रामचरित मानस जिनकी कथा है उनका तो नाम ही विश्राम देने वाला है। राम की कथा है और राम नाम में ही विश्राम है। कथा श्रवण के बाद हमारे आचार विचार में परिवर्तन आना चाहिये। राम कथा श्रेष्ठ जीवन जीने की सीख देती है, व्यक्ति निर्माण की कथा है। ये व्यक्ति को सांसारिक पतन से रोकती है तथा निज धर्म पर चलना सिखाती है। चार्तुमास व्रत अनुष्ठान के आयोजक विधायक गायत्री राजे पवार एवं महाराज विक्रम सिंह पवार ने शहर के नागरिकों से आग्रह किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में पधारकर धर्म लाभ लेवें। आज की कथा के समापन अवसर पर रामायण जी की आरती संत शिरोमणि श्री रविशंकर जी महाराज एवं श्रीमंत विक्रमसिंह पवार के हाथों सम्पन्न हुई।
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