महापौर जनसुनवाई के दौरान महिला अधिकारी के साथ हुई अभद्रता......!

-महिला अधिकारी की रिपोर्ट पर पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ किया अपराध दर्ज
-तीन साल पहले आयुक्त के निर्देश पर आरोपितों का अवैध निर्माण तोड़ा था निगम अधिकारी ने

देवास। नगर निगम की एक महिला अधिकारी ने दो आरटीआइ कार्यकर्ताओं के खिलाफ अश्लील हरकत और इशारे करने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज करवाई है। घटना बुधवार दोपहर महापौर जनसुनवाई के दौरान और इसके बाद की बताई गई है। दोनों आरटीआइ कार्यकर्ताओं ने नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर सहित अन्य अधिकारियों के खिलाफ लोकायुक्त को शिकायतें भी की थीं। महिला अधिकारी की मानें तो दोनों आरोपित उन्हें ब्लैकमेल कर रुपये भी मांग रहे थे। 

प्रति बुधवार को महापौर जनसुनवाई निगम बैठक हॉल में की जाती है। बुधवार को नगर निगम में उसी दौरान हडक़ंप मच गया, जब दो आरटीआई कार्यकर्ताओं पर महिला अधिकारी ने सनसनीखेज आरोप लगाए। महिला अधिकारी से छेड़छाड़, अश्लील इशारे करने के आरोप लगे। महिला अधिकारी ने बताया कि महापौर जनसुनवाई के बाद मेहमूद व मकसूद नामक व्यक्ति उन्हें लगातार देख रहे थे। जनसुनवाई के बाद वे बाहर आए और महमूद शेख मुझे देखकर अश्लील हरकत कर गंदे कमेंट करने लगा। उन्होंने बताया कि घटना उस समय हुई जब महापौर जनसुनवाई खत्म होने के बाद कारिडोर से मैं अपने आफिस की तरफ जा रही थी। इसके बाद दोनों वहां से फरार हो गए। उन्होंने आरोप लगाया कि महमूद और मकसूद शेख दोनों से ही मानसिक रूप से प्रताडि़त हूं। ये रुपये की डिमांड कर रहे हैं और ब्लैकमेल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि दो-तीन साल पूर्व इनके द्वारा किया जा रहा एक अवैध निर्माण आयुक्त के आदेशानुसार मैंने हटाया था। उसी बात को लेकर दोनों मुझे टार्गेट कर रहे हैं। दोनों के द्वारा गलत मांग की जा रही है। मेरे द्वारा विभागीय कार्रवाई की गई थी, परंतु ये दोनों कह रहे हैं कि आपने हमारा नुकसान किया। पूर्व में भी न्यायालय में धमकी दी थी कि आपने हमारा घर तुड़वाया है हम आपको देख लेंगे। इस मामले को लेकर निगम मेें सभी अधिकारी और कर्मचारी एकत्रित हुए और कोतवाली थाने पहुंचे जहां महिला अधिकारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई। कोतवाली थाना पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता बीएनएस की धारा 79, 351(2) व एससी-एसटी एक्ट की धारा 3(2)(वीए) के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।

सोशल मीडिया से फोटो और विडियो शेयर किए  

महिला अधिकारी ने बताया कि पूर्व में इन दोनों ने मेरे इंस्टाग्राम से फोटो और विडियो निकालकर शेयर किए थे। मुझे ब्लेकमैल भी कर रहे थे। मैं लगातार आना-जाना करती रहती हूं ये दोनों कहीं ना कहीं मिलते रहते हैं लगातार मेरे कार्यालय से मेरे आफिस के दस्तावेज निकालकर उसको गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। इन दोनों के द्वारा मुझे मानसिक रुप से प्रताडि़त किया जा रहा है। दोनों व्यक्ति मेरे पीछे पड़े हुए हैं। मुझसे क्या दुश्मनी है यह पता नहीं। इन दोनों के द्वारा किसी स्थानीय पत्रकार को गलत खबर देकर व प्रकाशित कराकर मेरी छवि को धूमिल किया जा रहा है। यह दोनों मुझे छह माह से प्रताडि़त कर रहे थे। मैंने महापौर और आयुक्त को इस संबंध में अवगत कराया है इनकी शिकायत कोतवाली थाने पर देकर इनके विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करा रही हूं। मेरे द्वारा पूर्व में जो भी कार्रवाई की गई थी, हम लोग सरकारी अधिकारी है सरकारी नियमों के तहत कार्रवाई की जाती है। लेकिन उस कार्रवाई को इनके द्वारा मुझे निजी तौर पर निशाना बनाया जा रहा है। मुझसे गलत मांग की जा रही है। मुझे मानसिक तौर से परेशान किया जा रहा है। प्रशासन से मेरा अनुरोध है कि ऐसे अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। हम नगर निगम के अधिकारी होकर ईमानदारी से अपना काम करते हैं। ऐसे अपराधिक लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। 

पुलिस थाने पर कराई रिपोर्ट 

कोतवाली थाने पर फरियादिया ने रिपोर्ट दर्ज कराई की वह वर्ष 2018 से देवास नगर निगम में पदस्थ हूं। करीब तीन साल पहले मेरे पास शिकायत आई थी कि मेहमूद और मकसूद शेख ने गैर कानूनी तरीके से अपने मकान का अवैध रूप से निर्माण कार्य किया जा रहा था। जांच के दौरान निगम आयुक्त के निर्देश पर मेरे द्वारा इनका अवैध निर्माण तोड़ा था। उस समय से दोनों भाईयों को अच्छे तरीके से जानती थी। करीब एक माह पूर्व शासकीय कार्य से न्यायालय गई थी, उस समय दोनों भाई मुझे मिले और कहा था कि मेडम आपने हमारे मकान का निर्माण कार्य तोड़ा था हम आपको देख लेंगे। दो तीन दिन पहले मेरे परिचित ने मुझे बताया था कि मेहमूद और मकसूद के द्वारा मेरे इंस्टाग्राम से फोटो और विडियो लेकर अन्य व्यक्तियों को शेयर किए हैं। एक दिन दोनों भाई नगर निगम में आए और मुझसे कहा कि तुम्हारे जैसे अनुसूचित जनजाति के लोग बड़े पद पर बैठ जाते हैं और हमारे जैसे लोगों को परेशान करते हैं। उस दौरान भी मैंने उन्हें कुछ नहीं कहा था। बुधवार को जनसुनवाई खत्म होने के बाद मेहमूद मुझे देखकर अश्लील हरकतें कर रहा था। मैं जैसे ही चिल्लाई तो वहां से मुझे बोलकर गया कि अगर तुने कोई शिकायत की तो तुझे जान से मार देंगे। आए दिन मुझे मानसिक रुप से परेशान किया जा रहा है। मुझसे गलत तरीके से रुपयों की मांग कर रहे हैं कि तूने मकान तुड़वाया था जिससे मेरा नुकसान हुआ है। मैंने पैसे देने से मना कर दिया तो यह लोग कह रहे हैं कि तेरी नौकरी खा जाएंगे। मैं इनसे बहुत परेशान हो चुकी हूं, मुझे दोनों से जान का खतरा है। 

भाजपा पार्षद व एमआयसी सदस्य भी थाने पहुंचे 

नगर निगम के घटनाक्रम के बाद नगर निगम कर्मचारियों के साथ भाजपा के पार्षद व अन्य बड़ी संख्या में कोतवाली थाने पर पहुंच गए। कोतवाली थाने में निगम उपायुक्त, भाजपा पार्षद व एमआयसी सदस्य अजय तोमर, निगम स्वास्थ्य अधिकारी सहित अन्य कई लोग पहुंचे और अधिकारियों से काफी देर तक चर्चा की। बाद में पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में एवं एट्रोसिटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया। गौरतलब है कि दोनों आरोपितों ने नगर निगम अधिकारियों के खिलाफ लोकायुक्त में भी शिकायत की थी। इस संबंध में 2 दिन पूर्व ही लोकायुक्त की टीम नगर निगम कार्यालय पहुंची थी और दस्तावेज भी जब्त किए थे। इस संबंध में महापौर गीता दुर्गेश अग्रवाल ने बताया कि अधिकारी ने मुझे घटनाक्रम की जानकारी दी थी। किसी भी बहन-बेटी के साथ अभद्रता हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारी अधिकारी ने आरोपितों के खिलाफ एफआइआर करवाई और कानून आरोपितों को सजा देगा।


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