इंदौर-बैतूल हाईवे मार्ग पर कालीसिंध नदी में गिरी कार, 2 माह में हुआ चौथा हादसा......!
-हादसे में 2 लोगों की हुई मौत 2 घायल, घायलों का उपचार जारी.......!
-पुलिया पर सामने से आ रहे ट्रक को देखकर कार चालक ने संतुलन खो दिया था.....!
देवास। जिले के चापड़ा के समीप ग्राम मोखा पिपलिया में इंदौर-बैतूल नेशनल हाईवे पर कालीसिंध नदी पर बनी पुलिया से एक अर्टिगा कार नदी में गिर गई। बताया गया है कि सामने से एक ट्रक आ रहा था उसे देख कार चालक ने संतुलन खो दिया और कार नदी में जा गिरी। हादसे में कार सवार चार में से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दो को ग्रामीणों ने गाड़ी के ग्लास तोडक़र बचा लिया। एक की हालत गंभीर बताई गई है।
जानकारी के अनुसार आज सुबह करीब 11 बजे चेन्नई से इंदौर की और एक कार से चार लोग जा रहे थे। जिसमें गोपी ईकनी उम्र 40 वर्ष निवासी अमृतसर, आनंद सिग्याराम उम्र 40 वर्ष निवासी इंदौर, इलैयाराजा उम्र 40 वर्ष निवासी जयपुर और उच्छातेवन आरमुबम उम्र 44 वर्ष निवासी चंडीगढ़ थे। वहीं बताया गया है कि चारों मूल रुप से तमिलनाडू के निवासी बताए गए है। बताया गया है कि ग्राम मोखापिपलिया के समीप कालीसिंध नदी पर बनी करीब 100 वर्ष पुरानी संकरी पुलिया पर कार पहुंची जहां सामने से आ रहे ट्रक को देखकर कार चालक ने संतुलन खो दिया और कार नदी में जा गिरी।
मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई, कुछ लोग नदी में उतरे और कार के कांच तोडक़र चारों को कार से निकालने के लिए रेस्क्यू किया। ग्रामीणों ने बताया कि कार में आगे बैठे दो लोगों ने सीट बेल्ट लगा रखी थी। जिससे वे कार से बाहर नहीं निकल सके और नदी में डूब गए। कार में पीछे बैठे दो लोगों को बाहर निकाल लिया। जानकारी के अनुसार हादसे में ओपी व आनंद राज की मौत हो गई वहीं इलैयाराजा और उच्चतेवन को समीप बागली के आरआर अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया है। ग्रामीणों ने बताया कि वाहन कई बार तेज रफ्तार से आते हैं पुलिया सकरी है और आसपास कोई सुरक्षा दीवार नहीं है।
दो माह में चौथा हादसा, रेलिंग टूटी हुई
ग्रामीणों ने बताया कि यह पुलिया करीब 100 साल पुरानी है, जिसकी रेलिंग टूट चुकी। यहां पिछले 2 महीने में यह चौथा हादसा है। क्षेत्र के लोगों ने बताया कि पूर्व में एक डंपर, एक जेसीबी, एक कंटेनर नद में गिर चुके हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि पुलिया पर न तो रेलिंग है और न ही किसी प्रकार का संकेतक। प्रशासन को कई बार शिकायत की जा चुकी है। हर बार हादसे के बाद ग्रामीण ही बचाव करते हैं, लेकिन स्थायी समाधान अब तक नहीं हुआ है। एसआई राकेश नरवरिया ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। मृतकों के परिजन को सूचना भी दे दी गई है।
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