तेंदुए की दहशत : ग्रामीणों ने वन मंडल अधिकारी से की रेस्क्यू करने की मांग........!
-आज एबी रोड़ के समीप दिखे तेंदुए के पगमार्क, कृषक खेतों में जाने से डर रहे.......!
देवास। शहर के शंकरगढ़, पालनगर और नागदा क्षेत्रों में तेंदुए की लगातार गतिविधियों से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। पिछले दिनों तेंदुए ने क्षेत्र में कुत्तों व बकरियों का शिकार किया था। रहवासियों में भय व्याप्त है कि तेंदुआ आमजन को भी नुकासान पहुंचा सकता है। जिसके चलते आज क्षेत्र के रहवासी वन विभाग पहुंचे जहां उन्होनें वनमंडलाधिकारी को ज्ञापन देकर तेंदुए का रेस्क्यू कर उसे अन्य जंगली क्षेत्र में छोडऩे की मांग की है।
शहर के बायपास मार्ग स्थित शंकरगढ़ व पालनगर क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से तेंदुए ने कुत्तों व बकरियों सहित अन्य जानवरों का शिकार किया है। रहवासियों व क्षेत्र के किसानों ने बताया कि पिछले करीब 15 दिनों से तेंदुए का आवागमन अधिक होने लगा है, इससे कृषक खेतों में जाने से डर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुआ प्रतिदिन करीब पांच किलोमीटर क्षेत्र में घूम रहा है, जिससे रात के समय खेतों और घरों से बाहर निकलने में खतरा महसूस हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि हर दिन उसकी लोकेशन बदल रही है, लेकिन वह लगातार आबादी के आसपास मंडरा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय पर कार्रवाई नहीं हुई, तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है।आज क्षेत्र के पार्षद प्रतिनिधि रामचरण पटेल, भाजपा नेता अर्जुन चौधरी के साथ ग्रामीणजन वनमंडलाधिकारी अमित कुमार सिंह से मिले जहां उन्होनें तेंदुए का रेस्क्यू करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
रेस्क्यू कर किसी दूसरे स्थान पर छोड़ा जाए
रामचरण पटेल ने बताया कि हमारे क्षेत्र में तेंदुए का आतंक है, उसके पगमार्क देखें है, साथ ही सीसीटीवी कैमरे में भी तेंदुआ शिकार करते नजर आया है। हमने वनमंडल अधिकारी को ज्ञापन देकर मांग की है कि उसका रेस्क्यू कर अन्य किसी दूसरे स्थान पर छोड़ा जाए। वन विभाग की उडऩ दस्ता टीम को सक्रिय करें और उनकी निगरानी में तेंदुआ रहे। जिससे आमजन के साथ पालतू जानवरों की हानी ना हो। आज सुबह करीब 4 बजे पालनगर में एबी रोड़ के समीप जहां एक कंपनी का कार्यालय बन रहा है वहां पर तेंदुए के पगमार्क मिले हैं। आज डिप्टी रेंजर वहां आए उन्होनें भी पगमार्क देखे हैं।
रेस्क्यू के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे
वनमंडलाधिकारी अमित कुमार सिंह ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि मामले को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की जाएगी और रेस्क्यू के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे। फिलहाल कोशिश की जा रही है कि तेंदुआ खुद जंगल की ओर लौट जाए। वहीं उन्होनें बताया कि अभी एक ही तेंदुए की जानकारी है इसके साथ ही वहां पर एक लकड़बग्घा भी है।
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