मृत बच्चों का पिता ने चंबल नदी में जलप्रवाह (जलदाग) कर किया अंतिम संस्कार......!
-बच्चों के पिता ने कहा : प्रिया ने फोन कर कहा कि आपके दोनों बच्चों ने जहर खा लिया, वो मर गए हैं........!
आप उन्हें लेने के लिए देवास आ जाओ.........!
-बच्चों की माँ सोई हुई थी, आरोपी ने दोनों बच्चों का मुंह तकिए से दबाकर हत्या कर दी थी......!
देवास। गत दो दिनों पूर्व ढांचा भवन स्थित एक मकान में दो बच्चों के शव मिल थे। बच्चों के शव उनकी माँ जिला चिकित्सालय लेकर पहुंची थी। माँ ने बताया था कि बच्चों ने एक दिन पूर्व रात को पड़ोस में रहने वाले एक बच्चे का जन्मदिन मनाया और खाना खाकर सो गए थे। मामले संदिग्ध नजर आने पर पुलिस ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच की, बच्चों के शव परिक्षण के बाद शार्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला था कि दोनों बच्चों में एक 7 वर्षीय बालक की मौत दम घुटने से व 3 वर्षीय मासूम बालिका की मौत बेरहमी से मारपीट के कारण हुई थी। पुलिस ने मामले की जांच कर शनिवार देर शाम को दोनों बच्चों के हत्यारे माँ के लिव इन पार्टनर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया माँ को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था। आरोपी को पुलिस ने 6 अगस्त तक रिमांड पर लिया है। रविवार दोपहर में बच्चों के असली पिता मथुरा से अपने अन्य रिश्तेदारों के साथ देवास आए और दोनों बच्चों के शव पुलिस की मौजूदगी में उन्हें सौंप दिए। बच्चों के पिता ने बताया कि रविवार देर रात को हमने दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार मुरैना स्थित चंबल नदी के किनारे किया। पिता ने कहा कि उसकी पत्नी पर भी बच्चों की हत्या का मामला पुलिस ने दर्ज कर जेल भेज देना चाहिए।
शनिवार रात को ढांचा भवन क्षेत्र में दो मासूम बच्चे निशा 3 वर्षीय और हेमंत 7 वर्षीय की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शॉर्ट पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में पता चला कि 7 साल के हेमंत की मौत दम घुटने व 3 साल की निशा की मौत बेरहमी से हुई मारपीट के चलते हुई है। बच्चों की हत्या मां के लिव इन पार्टनर लोकेंद्र उर्फ राहुल मालवीय ने की थी, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर 6 अगस्त तक रिमांड पर लिया है। आज आरोपी लोकेंद्र को पुलिस मेडिकल के लिए जिला चिकित्सालय लेकर पहुंची थी।
मेरे तीन बच्चे हैं, बड़ा बेटा मेरे साथ है
देवास अपडेट की टीम से मृत बच्चों के असली पिता विष्णु कटारा ने फोन पर चर्चा कर बताया कि हम पहले मथुरा में ही रहते थे, वहां प्रिया मथुरा में पास की गली में रहती थी वर्ष 2014 में संपर्क में आई और हमने मंदिर में शादी कर ली थी। मेरे माता-पिता मथुरा रहते हैं वहां से अपने गांव पिसरई थाना महुआ जिला मुरैना ले गया था। कुछ समय ये गांव में रही उसके बाद मैं वहां से मैं पीथमपुर नौकरी करने के लिए आ गया था। पीथमपुर में चार वर्ष तक रहे वहां मेरी पत्नी प्रिया का चाल चलन ठीक नहीं था, मैं जब भी काम पर जाता था तो वह कभी किसी से तो कभी किसी से फोन पर बात करती रहती थी। लोकेंद्र उर्फ राहुल पीथमपुर से ही प्रिया के संपर्क में है। इसको मिलने के लिए प्रिया जाती रहती थी। एक बार पहले भी लोकेंद्र के साथ प्रिया भाग चुकी है। मेरे तीन बच्चे हैं जिसमें एक बड़ा बेटा 9 वर्ष का मेरे साथ है और मेरी बहन के पास मथुरा में रहकर पढ़ाई कर रहा है। दूसरा बेटा हेमंत और एक बेटी निशा को मेरी पत्नी और उसके प्रेमी ने मार दिए।
बच्चों की मौत के बाद प्रिया ने फोन लगाया था
होली पर्व के दौरान मेरी माँ व छोटी बहन को प्रिया पीथमपुर से मथुरा बस से लेकर आ रही थी। रास्ते में बस को प्रिया ने होटल पर रुकवाया वहां लोकेंद्र आ गया प्रिया मेरी माँ के हाथों को काटकर दोनों बच्चों हेमंत और निशा को लेकर बस से उतर गई। मेरी माँ टीवी की बिमारी से ग्रसित है। मेरी माँ ने उस दौरान काफी प्रयास किया कि प्रिया बच्चे दे दे, लेकिन उसने बच्चे नहीं दिए। उसके बाद से प्रिया ने ना मुझे फोन किया ना ही किसी प्रकार से कोई संपर्क किया। जब बच्चों की मौत हो गई उसके बाद प्रिया ने मुझे फोन कर बताया कि आपके बच्चों ने जहर खा लिया है वो मर गए है, आप उन्हें लेने के लिए देवास आ जाओ। हमने प्रिया की बात को झूठ समझा, लेकिन सोशल मीडिया पर आई खबरों को देख हमें पता चला कि इसने हमारे बच्चों को मार दिया।
आप बच्चों को पहले लेने क्यों नहीं आए.....।
हम रविवार सुबह देवास के औद्योगिक थाना पहुंचे तो वहां प्रिया हमें थाने पर मिली थी। प्रिया से पूछा कि तूने बच्चों को क्यों मार दिया, तो प्रिया ने कहा कि मैं क्या करती....बच्चे खत्म नहीं करती तो.....! आप बच्चों को पहले लेने क्यों नहीं आए.....। रविवार की रात करीब 10.30 बजे हम 10 लोग मुरैना पहुंचे थे जहां हमने चंबल नदी के किनारे बच्चों का अंतिम संस्कार जलप्रवाह कर किया था। हम पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है पुलिस दोनों आरोपियों को जेल भेजे तो हमें संतुष्टी मिलेगी।
तकिए से दोनों बच्चों का मुंह दबाकर की थी हत्या
औद्योगिक थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया ने बताया कि इसमें धारा 103 ए बीएनएस का प्रकरण दर्ज किया गया था, दो मासूम बच्चों की हत्या की खबर लगी तो एक प्रकार से प्रकरण अज्ञात था। पता नहीं था कि घटना किसके द्वारा कैसे कारित की गई है, पड़ोसियोंं से और मृत बच्चों की माँ से जब पूछताछ की गई तब ज्ञात हुआ कि रात में बच्चों की माँ का एक परिचित व्यक्ति वहां पर था। आरोपी को पकडक़र सख्ती से पूछताछ की गई तब उसमें यह बात स्पष्ट हुई की तकिए से दोनों बच्चों का मुंह दबाकर हत्या की थी। बच्चों की हत्या के संबंध में पति-पत्नी का विवाद है बच्चों के पिता और उसके रिश्तेदारों को खबर करवाई थी ताकि वह बच्चों को देख सके। बच्चों के पिता यहां आए थे बच्चों का शव उनके सुपुर्द किया था।
बच्चों की माँ की हत्या में कोई भूमिका नहीं पाई गई
शशिकांत चौरसिया ने बताया कि इसमें कारण यही है कि जो आरोपी लोकेंद्र उर्फ राहुल दुधानिया इसका प्रेम संबंध बच्चों की माँ प्रिया से पिछले एक से डेढ़ वर्ष से था। दोनों साथ में ही रह रहे थे कभी पीथमपुर, दूधिया में रहे हैं फिलहाल डेढ़ माह से देवास के ढांचा भवन में रह रहे थे। इनका भी आपस में विवाद शुरु हो गया था। घटना वाली रात में बच्चों की माँ के साथ भी आरोपी के द्वारा मारपीट की गई थी, बच्चों के साथ भी मारपीट की गई थी। जब बच्चों की माँ सोई हुई थी उस समय आरोपी ने दोनों बच्चों का मुंह तकिए से दबाकर हत्या कर दी थी। काफी पूछताछ इस प्रकरण में की गई है सभी चीजों को सत्यापित भी किया गया है। बच्चों की माँ की हत्या में फिलहाल कोई भूमिका नहीं पाई गई है। प्रकरण में अनुसंधान जारी है, आगे जैसे भी साक्ष्य एकत्रित होंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल लोकेंद्र उर्फ राहुल दुधानिया के द्वारा स्वीकारोपी करने व सभी पक्षों के बयानों का जो प्रमाणित किया गया है सभी बातें सत्यापित कर ली गई है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है कि वास्तव में हत्या किस कारण से की थी।
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