कर्ज के नाम पर हड़पी जमीन, शिकायत करने गया प्रार्थी पुलिस ने नहीं लिखी रिपोर्ट.........!

-प्रार्थी पक्ष का आरोप : जिला पंचायत अध्यक्ष का पुत्र और कब्जाधारी दे रहे धमकी.........! 
-कलेक्टर कार्यालय में प्रकरण विचाराधीन, आज जनसुनवाई में दिया आवेदन..........! 

देवास। जिले की सोनकच्छ तहसील ग्राम मीरपुरखेड़ी निवासी शंकरलाल व उनकी पत्नी शैतानबाई ने पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारियों और स्थानीय दबंगों सहित जिला पंचायत अध्यक्ष के सुपुत्र के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए उचित कार्रवाई की मांग को लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी के नाम आवेदन दिया है। आवेदन में आरोप लगाया है कि सोनकच्छ तहसील के ग्राम बवाई की सर्वे नंबर 1476 की 0.40 हेक्टेयर सिंचित भूमि पर फर्जी मुख्तियारनामा व ऋण के नाम पर अवैध रूप से रजिस्ट्री कर उनकी पुश्तैनी जमीन को हड़पने का प्रयास किया जा रहा है।

इस संबंध में प्रार्थी शंकरलाल के अनुसार वर्ष 2014-15 में उन्होंने 35 हजार रुपये उधार लिए थे, जिसके एवज में कुछ दस्तावेज बनाए गए। बाद में उसी के आधार पर फर्जी रजिस्ट्री कर भूमि पर अवैध दावा कर लिया गया। यह भूमि वर्षों से उनके कब्जे में है और वे उसमें खेती कर रहे हैं। इस भूमि विवाद का मामला वर्तमान में कलेक्टर के समक्ष विचाराधीन है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि गत 16 जुलाई को दोपहर 3 बजे कथित रुप से देवेंद्र अटारिया, भारत रेकवाल, केसर सिंह, माधव सहित अन्य लोगों के साथ कुछ पुलिस व राजस्व अधिकारियों की मौजूदगी में प्रार्थी की भूमि पर पहुंचे। आरोपियों के पास डंडे, तलवारें, लाठियां और लोहे की रॉड थी। प्रार्थी शंकरलाल उस समय देवास में थे, और उनकी पत्नी शैतानबाई खेत पर मौजूद थी। प्रार्थिनी का आरोप है कि एसआई मानसिंह और एक प्रधान आरक्षक बिना किसी सक्षम आदेश या रवानगी के वहां पहुंचे और उन्होंने शैतानबाई को अश्लील गालियां दीं। उन्होंने धमकी दी कि यदि वह जमीन खाली नहीं करतीं, तो उसे बाल पकडक़र थाने ले जाया जाएगा। जब शैतानबाई ने विरोध किया तो मौजूद गुंडों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। स्थिति तब काबू में आई जब ग्रामीण व प्रार्थी के परिवार के सदस्य मौके पर पहुंचे। पीडि़तों का कहना है कि घटना का वीडियो भी मौजूद है जिसमें आरोपीगण हथियारों के साथ दिखाई दे रहे हैं। इसके बावजूद थाना सोनकच्छ द्वारा रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई।

आरोप : जिला पंचायत अध्यक्ष के पुत्र के इशारे पर हो रही कार्रवाई 

प्रार्थियों ने आरोप लगाया कि यह पूरी कार्रवाई जिला पंचायत अध्यक्ष लीलाबाई अटाडिया के पुत्र देवेंद्र अटाडिया (पटवारी) के इशारे पर की जा रही है। साथ ही पुलिस व राजस्व विभाग के कुछ अधिकारी भी इस अवैध कब्जे में सहयोग कर रहे हैं। शिकायतकर्ताओं की मांग है की सभी आरोपियों के विरुद्ध तत्काल रिपोर्ट दर्ज की जाए। शासकीय अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई हो। जमीन संबंधी फर्जी रजिस्ट्री को निरस्त किया जाए। पीडि़तों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। जमानत पर छूटे अपराधियों की जमानत निरस्त की जाए। इस पूरे मामले ने प्रशासनिक तंत्र की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। ग्रामवासियों में भी रोष व्याप्त है, और वे इस अन्याय के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं।

कलेक्टर कार्यालय में प्रकरण विचाराधीन है 

इस संबंध में प्रार्थी शंकरलाल चौहान के पुत्र दुर्गालाल चौहान ने बताया कि वह इंडियन आर्मी सिविल डिफेंस में कार्यरत है। वह यहां नहीं रहता है, उसने बताया कि मैं मीरपुरखेड़ी गांव तहसील सोनकच्छ से आया हूं, मेरी जमीन सूदखोरों के द्वारा हड़प ली गई है। इस संबंध में कलेक्टर कार्यालय में मामला चल रहा है। इस प्रकरण के तहत गांव में लगभग 15 लोग और देवेंद्र अटारिया जो जिला पंचायत अध्यक्ष लीला बाई अटारिया का लडक़ा है। वह इस प्रकरण में शामिल है वह कुछ युवकों को लेकर गया वहां सीमांकन व कब्जा लेने के लिए गया। उसके बाद मेरे पिता थाने पर रिपोर्ट लिखाने के लिए गए। लेकिन थाना प्रभारी ने रिपोर्ट भी नहीं लिखी, उल्टा मेरे पिता की निजी रुप से रिपोर्ट दर्ज की गई। हमारा कहना है कि रिपोर्ट लिखना थी तो सरकारी व्यक्ति पटवारी की रिपोर्ट लिखी जाती, मेरे पिता के भाई ने बीच बचाव किया तो इनकी भी झूठी रिपोर्ट लिखी। जबकि ये वहां पर मौजूद नहीं थे। हमारी करीब 2 बीघा जमीन का मामला है। कलेक्टर कार्यालय में प्रकरण विचाराधीन है। हमें कलेक्टर साहब ने कहा कि आप आपकी जमीन पर कार्य करें जो भी रहेगा उसे देखेंगे। इसके बाद हम तहसीलदार के पास गए तो वह हमें कहते हैं कि हमे कोई आदेश नहीं दिया। जब तहसीलदार ने कोई आदेश नहीं दिया तो पटवारी जमीन पर कैसे गए। पटवारी के साथ अन्य अधिकारी व पुलिस जवान भी थे लेकिन उस दौरान कोई विवाद नहीं था। वहां पर देवेंद्र अटारिया भी मौजूद थे, लोग विडियो बना रहे थे तो वह वहां से चले गए। जब उनसे बात हुई तो वह कहने लगे कि मैं तो यहां जनपद पंचायत अध्यक्ष हूं मेरा जो भी है सब कुछ मेरे हिसाब से निपट लूंगा। भारत उसकी मौसी का लडक़ा है सूदखोर केसर सिंह ने मेरे पिता के साथ जालसाजी की है। हम लोग जॉब करते हैं, हम यहां नहीं रहते मेरे पिता को दो दिन पहले कब्जेधारियों ने घेरा था। ऐसे तो हमारे पिताजी मर जाएंगे। जमीन पर कब्जा भारत रेकवाल, केसर सिंह उसका लडक़ा माधव, और देवेंद्र अटारिया कर रहे हैं। भारत रेकवाल तो मोहरा है पूरा रुपया देवेंद्र अटारिया ने लगाया है। जानकारी है कि इसमें दो धाकड़ भी शामिल है। कलेक्टर साहब से चर्चा की है उन्होनें सोमवार को आने का बोला है। 


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