"हम साथ-साथ रहेंगे.....मैं अपनी पत्नी को लेने आया हूं, मैंने उसे माफ कर दिया"......!

-मृत बच्चों के आरोपी को भेजा जेल, पति-पत्नी के बीच हुई सुलह.......!
-मेरा मानना है कि कोई भी माँ अपने बच्चों को मार नहीं सकती : मृत बच्चों के पिता

देवास। गत दिनों ढांचा भवन क्षेत्र में दो बच्चों की हत्या हो गई थी। हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने कल आरोपी को न्यायालय में पेश किया वहां से उसे जेल भेज दिया है। आरोपी ने पुलिस को बताया था कि उसने तकिए से दोनों बच्चों का मुंह दबाकर हत्या की थी। इस मामले में अब तक माँ को भी आरोपी माना जा रहा था, लेकिन पुलिस की अब तक की जांच में स्पष्ट हो गया कि बच्चों की हत्या में माँ का कोई हाथ नहीं था। कल मृत बच्चों के पिता उनकी माँ, बड़ा बेटा, भुआ सहित अन्य रिश्तेदार औद्योगिक थाने पर पहुंचे, वहां से उनकी पत्नी को मथुरा लेकर चले गए। उन्होनें बताया कि मेरी पत्नी से मामूली विवाद की सजा बच्चों को भुगतना पड़ी है, मेरी पत्नी और मेरे बीच सुलह हो गई है। हमारा एक बड़ा बेटा है उसके भविष्य को देखते हुए मैंने ये फैसला लिया है। मामले को लेकर औद्योगिक थाना प्रभारी ने बताया कि प्रकरण की विवेचना जारी है माँ के बयान न्यायालय में कराए गए है। पति-पत्नी के बीच सुलह हुई है दोनों यहां से साथ गए हैं। 

गत 2 अगस्त को शहर के ढांचा भवन में हृदयविदारक घटना हो गई थी, जिसमें दो मासूम बच्चों हेमंत 7 वर्ष व निशा 3 वर्ष की हत्या का मामला सामने आया था। औद्योगिक थाना पुलिस ने प्रकरण को जांच में लिया था। प्रकरण की विवेचना के दौरान पुलिस को जानकारी मिली थी कि बच्चों की माँ प्रिया यादव का एक प्रेमी लोकेंद्र उर्फ राहुल दुधानिया ने बच्चों की हत्या की थी। मामले को लेकर बच्चों की माँ प्रिया से भी पुलिस ने संदेह के आधार पर पर पूछताछ की थी। प्रकरण की जांच में माँ निर्दोष पाई गई। पुलिस ने आरोपी लोकेंद्र उर्फ राहुल दुधानिया को गिरफ्तार कर लिया उसे न्यायालय में पेश कर रिमांड मांगा था। कल उसे पुलिस ने पुन: न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया था। दोनों मासूमों के पिता विष्णु कटारा अपने परिवार के साथ कल देवास औद्योगिक थाने पर पहुंचे जहां माँ प्रिया भी उनके साथ थी। पिता विष्णु कटारा ने उसकी पत्नी को माफ कर दिया और अपने साथ मथुरा लेकर चला गया। 

मैं अपनी पत्नी को लेने आया हूं......

बच्चों के पिता विष्णु कटारा ने देवास अपडेट की टीम को बताया कि नियमों के साथ बच्चों का जलदाह मुरैना स्थित चंबल नदी में किया था, प्रिया और मेरी शादी को करीब 10 वर्ष हो गए हैं। हम दोनों के बीच सुलह हो गई है प्रिया इसकी गलती मान रही है। मैं इसको माफ करता हूं। पिता ने बिलखते हुए कहा कि पति-पत्नी के आपसी विवाद में हमारे दो मासूम बच्चों की मौत हो गई। मेरा पूरा परिवार उजड़ गया, अब मेरी पत्नी ही मेरी ताकत है। मैं चाहता हूं कि वह अपने बच्चों के लिए कुछ कर सके। मैं सरकार से कहना चाहता हूं कि ऐसा हादसा कभी किसी के साथ ना हो। आरोपी लोकेंद्र को फांसी की सजा दी जाए। मैं अपनी पत्नी को लेने आया हूं मेरा व हमारे समाज का मानना है कि कोई भी माँ अपने बच्चों को मार नहीं सकती है। कितनी भी निर्दयी माँ होगी वह अपने बच्चों को नहीं मारेगी। लोकेंद्र ने जो गलती की है उसे समाज और सिस्टम सजा देगा।

अब मेरा भाई भाभी से विवाद नहीं करेगा

प्रिया की ननंद नीतू ने देवास अपडेट की टीम को बताया कि प्रिया को हम लेने आए हैं। यहां प्रिया अकेली रहती तो उसके साथ कोई वारदात हो सकती थी। आरोपी लोकेंद्र का परिवार देवास जिले का है। घटना की मुख्य गवाह प्रिया ही है मेरे भाई विष्णु को भी समझा दिया है कि आज के बाद वह मेरी भाभी प्रिया से विवाद नहीं करेगा। भाभी को कहा कि कोई भी बात है वह मुझसे कहे। पहले दोनों पति-पत्नी के बीच विवाद हो गया था उस दौरान भी मैंने इन दोनों को बुलाया था, जब लोकेंद्र के साथ भाभी जा रही थी तब मैंने ही फोन कर मना किया था कि तू इसके साथ मत जा।  

दोनों रास्ता भटक गए थे, अब साथ-साथ रहेंगे......!

मामले को लेकर औद्योगिक थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया ने बताया कि दो बच्चों की हत्या लोकेंद्र ने की थी, उसमें बच्चों के माता-पिता में पिछले दो सालों से विवाद था दो साल से दोनों अलग-अलग रह रहे थे। पत्नी प्रिया के बयान न्यायालय में कराए गए हैं। पति और पत्नी थाने पर आए थे उनके बीच आपसी सुलह हुई है, ऐसा दोनों व्यक्त किया है। पति और पत्नी का कहना है कि दोनों विवाद के कारण रास्ता भटक गए थे किंतु अब हम साथ-साथ रहेंगे। दोनों एक साथ यहां से चले गए हैं। 


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