जिला चिकित्सालय में प्रसूता के परिजनों ने किया हंगामा.........!

-प्रसूता को मृत बच्चा पैदा हुआ, परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाए लापरवाही के आरोप........!
-परिजनों का आरोप : उचित इलाज न मिलने के कारण मृत बच्चे को जन्म दिया..........! 

देवास। जिला चिकित्सालय में तीन दिन पूर्व उज्जैन रोड़ इटावा से एक प्रसूता को अस्पताल के मेटरनीटी वार्ड में प्रसूती के लिए भर्ती किया था। परिजनों ने बताया कि वहां मौजूद महिला डॉक्टरों को कहा था कि 10 वां महिना लग गया था। उसकी डिलेवरी का समय आ गया है, लेकिन डॉक्टर ने मना कर दिया। गुरुवार सुबह प्रसूता की अचानक से तबीयत खराब हो गई मेटरनीटी अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों से उसकी स्थिति संभाली नहीं गई और अमलतास अस्पताल रेफर कर दिया गया। अस्पताल में प्रसूता ने एक मृत बच्चे को जन्म दिया। आक्रोशित होकर परिजन जिला चिकित्सालय के मेटरनीटी वार्ड पहुंचे जहां उन्होनें जिला अस्पताल में डॉक्टरों पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए। परिजनों ने आरोप लगाया कि उचित इलाज न मिलने के कारण एक प्रसूता ने मृत नवजात को जन्म दिया। इस घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।

जानकारी के अनुसार, ईटावा निवासी रीना पति वसीम उम्र 32 वर्ष को 21 अक्टूबर को प्रसूति के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिजनों का आरोप है कि दर्द शुरु न होने पर अस्पताल स्टॉफ ने डिलीवरी नहीं करवाई। उन्होंने ऑपरेशन करने का भी अनुरोध किया, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। गुरुवार सुबह महिला को बांगर स्थित अमलतास अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां महिला ने एक मृत नवजात को जन्म दिया। इसके बाद नाराज परिजन नवजात का शव लेकर वापस जिला अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। परिजनों को देख अस्पताल में और भी लोगों ने बताया कि उनसे भी यहां डॉक्टर और नर्स रुपयों की मांग करती है। एक प्रसूता के पिता राजेश सोनी ने बताया कि एक दिन पूर्व ही उनकी बेटी का प्रसव यहां कराया जिसके लिए हमने महिला डॉक्टर की मांग पर 7 हजार रुपए नर्स को दिए थे। 



10 वां महिना भी लग गया था

प्रसूता की माँ निशा शेख ने बताया कि मेरी लडक़ी का ससुराल इंदौर में है डिलेवरी के लिए मायके में देवास आई थी। जिला चिकित्सालय में नर्स और डॉक्टरों ने लापरवाही की है तीन दिनों तक मेरी बेटी पर ध्यान नहीं दिया। मेरी लडक़ी की जांच नहीं की उसे 10 वां महिना भी लग गया था। यहां पर डिलेवरी के लिए ज्योति यादव नामक नर्स ने हमसे डिलेवरी के लिए रुपयों की मांग की थी। हमने डॉक्टरों से कहा कि रुपए ले लेना लेकिन ऑपरेशन करके बच्चा निकाल दो, गुरुवार सुबह मेरी बेटी की अचानक तबीयत खराब हुई तो हमें अमलतास अस्पताल रेफर कर दिया था। अस्पताल में मेरी बेटी का ऑपरेशन किया जिसमें मृत बच्चा पैदा हुआ था। इससे पहले दो लड़कियां है जिसमें एक 12 साल व दूसरी 8 साल की है। मेरी बेटी की तीसरी डिलेवरी हुई थी। अभी मेरी बेटी आईसीयू में उपचारत है। सीएमएचओ ने जांच करने का आश्वासन दिया है।

इनका कहना : 

मामला अभी संज्ञान में आया है, ये बहुत ही दुखदायी है डॉक्टर को संवेदनशील होना चाहिए था, इस मामले को लेकर जांच की जाएगी। जो भी दोषी होगा उस पर निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी। पिछले तीन दिनों में ड्युटी पर रहे स्टॉफ से बात की जाएगी, कौन-कौन ड्युटी पर था वह भी देखा जाएगा। मेटरनीटी वार्ड में डॉक्टर या नर्स प्रसूता या परिवार से रुपए लेता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। परिजनों के मुताबिक ज्योति यादव का नाम बताया गया है वह स्टॉफ नर्स है अगर वह दोषी पाई जाएगी तो कार्रवाई की जाएगी। 

                                     सीएमएचओ, सरोजनी जैम्स बेक


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