आंगनवाडी कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन......!

-आंगनवाडी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी बनाया जाए : महामंत्री रंजना राणा 

देवास। आंगनवाड़ी संयुक्त मंच द्वारा 9 जुलाई को सभी प्रदेशों में धरना प्रदर्शन रखा गया जिसमें आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका संघ में भी जिले की समस्त कार्यकर्ता, सहायिका ने आक्रोश पूर्वक रैली निकालकर कलेक्टर ऑफिस पहुंचकर तहसीलदार को अपनी न्याय पूर्ण मांगो के संबंध में प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में बताया गया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को शासकीय कर्मचारी घोषित कर तृतीय व चतुर्थी वर्ग श्रेणी का दर्जा दिया जाए एवं पेंशन-ईएसआई-पीएफ दिया जाए। सुप्रीम कोर्ट के द्वारा आंगनवाड़ी कर्मियों को ग्रेच्युटी दिए जाने के आदेश को केंद्र सरकार तत्काल लागू करे। 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए केजी, केजी-1, केजी-2 की शिक्षा (प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल शिक्षा एवं विकास) आंगनवाड़ी केंद्रों में देने की उचित व्यवस्था की जाए। आंगनवाड़ी केंद्रों को नोडल एजेंसी बनाओ, नई शिक्षा नीति वापस लिया जाए। आंगनवाडी कार्यकर्ता को सुपरवाइजर पद पर एवं साहयिका कार्यकर्ता के पद पर पदोन्नति कर उम्र का बंधन हटाया जाए। चेहरे की पहचान के माध्यम से सभी हितग्राहियों को टेक होम राशन (टीएचआर) वितरण संभव नहीं है। पोषण ट्रैकर नेटवर्क आधारित कार्य है, नेटवर्क ना मिलने पर कार्य प्रभावित होता है इसे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका के मानदेय से अलग रखा जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता फेस कैप्चर वाला ऑप्शन हटाया जाए हितग्राही ओटीपी देने से मना करते हैं को 32 हजार रुपए और सहायिका को 26 हजार रुपए प्रतिमाह न्यूनतम वेतन दिया जाए।

एनआरसी में भेजने की व्यवस्था की जाए 

जिले में किलकारी प्रोजेक्ट के अंतर्गत कुपोषित बच्चों को अमलतास इंडेक्स अस्पताल की बजाय परियोजना स्तर पर एनआरसी में भेजने की व्यवस्था की जाए हितग्राही हॉस्पिटल में जाने से मना करते हैं। जिले में किलकारी प्रोजेक्ट के अंतर्गत कुपोषित बच्चों को अमलतास इंडेक्स अस्पताल की बजाय परियोजना स्तर पर एनआरसी में भेजने की व्यवस्था की जाए हितग्राही हॉस्पिटल में जाने से मना करते हैं। आंगनबाड़ी कार्मिकों को सेवा निवृति पर 10 लाख रूपये आर्थिक सहायता एवं पेंशन सुविधा हो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के मानदेय सेवानिवृति पर कोई सामाजिक सुरक्षा कवच नहीं है। अत: सेवानिवृति पर जीवन के अंतिम पड़ाव वृद्धावस्था में दस लाख रूपये नकद भुगतान व मासिक नियमित पेंशन लाभ मिले, नीति बनायी जाये। यह सुविधा कार्मिकों के लिए वृद्धावस्था में एक लाठी का सहारा होगी।

इस अवसर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ महामंत्री रंजना राणा, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रुक्मणी यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष रानी सिंह, प्रदेश कोषाध्यक्ष संजना परसाई, संभाग अध्यक्ष जरीना खान, संभाग उपाध्यक्ष शर्मिला ठाकुर, जिला अध्यक्ष उमा तिवारी, जिला महामंत्री स्नेहलता गौड, जिला कोषाध्यक्ष अनीता सोलंकी, बागली तहसील अध्यक्ष शशि मेघवाल, उदय नगर अध्यक्ष मनीषा गंगराड़े, सोनकच्छ अध्यक्ष ज्योति शर्मा, अध्यक्ष मोनिका जैन, देवास ग्रामीण रामसभा सोनाली ठाकुर, राखी, सोनू पाठक, ललिता मुजादिया, मोबिन शेख आदि कार्यकर्ता व रामबन सिंह, महेंद्र सिंह राणा उपस्थित रहे।


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